करुड़ वैश्य बैंक (KVB) का 2022-23 की मार्च तिमाही का शुद्ध मुनाफा 59 प्रतिशत के उछाल के साथ 338 करोड़ रुपये हो गया। डूबा कर्ज घटने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बैंक ने एक साल पहले इसी तिमाही में 213 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था। करुड़ वैश्य बैंक ने नियामकीय सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में बैंक की कुल आय पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही के 1,615 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,169 करोड़ रुपये हो गई।
ब्याज आय भी एक साल पहले की इसी अवधि के 1,409 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,768 करोड़ रुपये हो गई। बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ। सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (NPA) 31 मार्च, 2023 तक कुल ऋण का घटकर 2.27 प्रतिशत रह गईं, जो एक साल पहले 6.03 प्रतिशत थी। मूल्य के लिहाज से, बैंक का सकल एनपीए 3,431 करोड़ रुपये से घटकर 1,458 करोड़ रुपये रह गया।
इसी तरह, शुद्ध एनपीए 2.31 प्रतिशत (1,261 करोड़ रुपये) से घटकर 0.74 प्रतिशत (468 करोड़ रुपये) रह गया। बैंक ने कहा कि पूरे 2022-23 साल के लिए, उसका शुद्ध मुनाफा 64 प्रतिशत बढ़कर 1,106 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 673 करोड़ रुपये था। बैंक के बोर्ड ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए दो रुपये अंकित मूल्य के शेयर पर दो रुपया या 100 प्रतिशत के लाभांश की सिफारिश की है। यह बैंक की आगामी वार्षिक आम बैठक (AGM) में शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है।