देश में डिजिटल भुगतान की तेजी से स्वीकार्यता के संकेत मिल रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का डिजिटल पेमेंट इंडेक्स (डीपीआई) मार्च 2022 में बढ़कर 349.30 पर पहुंच गया, जो सितंबर 2021 में 304.06 था।
जनवरी 2021 में शुरू डीपीआई सूचकांक देश में भुगतान के डिजिटलीकरण की स्थिति के संकेत देता है। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘आरबीआई-डीपीआई इंडेक्स में उल्लेखनीय वृद्धि से पता चलता है कि हाल के वर्षों में देश में डिजिटल भुगतान की स्वीकार्यता और पहुंच तेजी से बढ़ी है।’ आरबीआई-डीपीआई में मार्च 2018 को आधार बनाया गया है और मार्च 2018 का डीपीआई स्कोर 100 रखा गया है। मार्च 2019 में सूचकांक 153.47 पर रहा और सितंबर 2019 में यह बढ़तर 173.49 पर पहुंच गया। इसके बाद मार्च 2020 में यह 207.94 पर और सितंबर 2020 में 217.74 और मार्च 2021 में 270.59 पर पहुंचा। रिजर्व बैंक ने कहा कि सूचकांक अर्धवार्षिक आधार पर 4 महीने के अंतर पर प्रकाशित किया जाएगा। डीपीआई इंडेक्स में 5 व्यापक मानक शामिल होते हैं, जिससे विभिन्न समयावधि में देश में डिजिटल भुगतान की पहुंच का मापन किया जाता है।
