त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) के दौर से मुक्त होने के बाद निजी क्षेत्र के लेंडर आईडीबीआई बैंक की नजर अब कॉर्पोरेट क्रेडिट बुक, खासकर मझोली इकाइयों की ओर है। बैंक को उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष 2022 में उसकी ओर से दिए जाने वाले कुल कर्ज में 8 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी राकेश शर्मा ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि प्रतिबंधों की वजह से कॉर्पोरेट ऋण बुक में गिरावट के दिन अब खत्म हो गए। उन्होंने कहा कि बैंक के पास उच्च रेटिंग वाले कॉर्पोरेट ग्राहक हैं और वह उद्योगों को कर्ज देते समय सावधानी और बेहतर चयन का ध्यान रखेगा।
उन्होंने कहा कि बैंक पिछली गलतियों को नहीं दोहराना चाहता है। उन्होंने कहा3 कि खुदरा, छोटे व मझोले आकार के उद्यम की कुल लोनबुक में हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है।
