भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पिछले साल दिसंबर की शुरुआत में देश के सबसे बड़े क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता एचडीएफसी बैंक के ऊपर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद क्रेडिट कार्ड बाजार में बड़ा बदलाव आया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के हाल के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर और मई के बीच एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्डों में 5,28,447 कार्डों की कमी आई है, वहीं आईसीआईसीआई बैंक के 11.6 लाख कार्ड, एसबीआई के 6,61,950 कार्ड और ऐक्सिस बैंक के 2,43,527 कार्ड बढ़े हैं।
बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से देखें तो एचडीएफसी बैंक पर लगे प्रतिबंध के बाद आईसीआईसीआी बैंक सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है। इसने ई-कॉमर्स दिग्गज एमेजॉन के साथ मिलकर कार्ड बनाए, जो कार्डों की संख्या बढ़ाने में अहम रहा और इससे पिछले 9 महीने में 10 लाख ग्राहक जुड़ गए। बहरहाल एचडीएफसी बैंक ने हाल में कहा था कि क्रेडिट कार्ड बनाने पर लगी रोक अस्थाई है और बैंक ने यह रोक हटने के बाद बाजार में वापसी के लिए कार्ययोजना तैयार की है।
वहीं आरबीएल बैंक, येस बैंक, इंडसइंड बैंक और बैंक आफ बड़ौदा जैसे अन्य कारोबारियों ने भी बेहतर काम किया है और क्रेडिट कार्ड बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। बहरहाल कोटक महिंद्रा बैंक, सिटी बैंक, अमेरिकन एक्सप्रेस जैसे कुछ बड़े कारोबारियों के पोर्टफोलियो में कमी आई है।
जहां तक अमेरिकन एक्सप्रेस का सवाल है, भारतीय रिजर्व बैंक ने 1 मई से उसे नए ग्राहक जोडऩे से मना कर दिया था, क्योंकि ऐसा पाया गया कि वह पेमेंट डेटा सिस्टम के भंडारण के दिशानिर्देशों का अनुपालन नहीं कर रहा है, जिसके बारे में केंद्रीय बैंक ने कहा था कि भारत में इसका भंडारण होना चाहिए।
कुल मिलाकर क्रेडिट कार्ड बाजार दिसंबर और मई के बीच 22 लाख या 3.79 प्रतिशत बढ़ा है और इसकी संख्या 6.011 करोड़ से बढ़कर 6.23 करोड़ हो गई है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक जून में व्यय मई की तुलना में 18 प्रतिशत बढ़ा है।
