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एसबीआई को जबरदस्त मुनाफा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 4:33 AM IST

देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शुद्ध लाभ मार्च 2021 में समाप्त तिमाही के दौरान 80.1 फीसदी बढ़कर 6,451 करोड़ रुपये हो गया। शुद्ध ब्याज आय में दमदार वृद्धि और प्रावधान के बोझ में कमी के कारण बैंक ने बाजार के अनुमान से बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिली। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक ने 3,581 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
क्रमिक आधार पर चौथी तिमाही के दौरान बैंक के शुद्ध लाभ में 24.14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में एसबीआई को 5,196 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। पूरे वित्त वर्ष 2021 के लिए एसबीआई का शुद्ध लाभ 40.88 फीसदी बढ़कर 20,410 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2020 में बैंक ने 14,488 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
एसबीआई के निदेशक मंडल ने मार्च 2021 में समाप्त वर्ष के लिए 4 रुपये प्रति शेयर (400 फीसदी) लाभांश देने की घोषणा की है। बाजार की धारणा के अनुरूप बीएसई पर एसबीआई का शेयर आज 4.3 फीसदी बढ़त के साथ 401.1 रुपये पर बंद हुआ। ब्लूमबर्ग ने मार्च 2021 में समाप्त तिमाही के दौरान एसबीआई के लिए 10,863 करोड़ रुपये के ऋण नुकसान प्रावधान और 5,779 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ का अनुमान जाहिर किया था।
कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर बैंक वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के बाद उधारी लागत एवं वसूली जैसे विभिन्न मानदंडों के आधार पर प्रावधान की रकम अलग करेगा।
चौथी तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 19 फीसदी बढ़कर 27,067 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 22,767 करोड़ रुपये रही थी। हालांकि क्रमिक आधार पर एनआईआई में 6.08 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जो तीसरी तिमाही में 28,820 करोड़ रुपये थी। तिमाही के दौरान शुद्ध ब्याज मार्जिन (घरेलू) 17 आधार अंक सुधरकर 3.11 फीसदी हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 2.94 फीसदी रहा था। हालांकि क्रमिक आधार पर शुद्ध ब्याज मार्जिन में 23 आधार अंकों की गिरावट दर्ज की गई जो तीसरी तिमाही में 3.34 फीसदी थी।
डूबती परिसंपत्ति के लिए प्रावधान की रकम चौथी तिमाही के दौरान 16.64 फीसदी घटकर 9,914 करोड़ रुपये रह गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 11,894 करोड़ रुपये रही थी। क्रमिक आधार पर प्रावधान की रकम में 332.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जो तीसरी तिमाही में 2,290 करोड़ रुपये थी।
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि सालाना आधार पर प्रावधान में कमी आई है क्योंकि परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। तिमाही के दौरान बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात सुधरकर 87.75 फीसदी हो गया जो एक साल पहले 83.62 फीसदी रहा था।
एसबीआई की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) मार्च 2021 तिमाही में घटकर 4.98 फीसदी रह गई जो मार्च 2020 तिमाही में 6.15 फीसदी थी। जबकि शुद्ध एनपीए भी घटकर 1.50 फीसदी रह गया जो एक साल पहले 2.23 फीसदी रहा था। तिमाही के दौरान बैंक का अग्रिम 4.81 फीसदी बढ़कर 25.39 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 24.22 लाख करोड़ रहा था। खुदरा ऋण खाते में भी तिमाही के दौरान 16.47 फीसदी की वृद्धि हुई। जबकि घरेलू कॉरपोरेट ऋण खाते में 3.02 फीसदी की गिरावट आई।

साउथ इंडियन बैंक को लाभ
साउथ इंडियन बैंक (एसआईबी) ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 6.79 करोड़ रुपये रहा। निजी क्षेत्र के इस बैंक को पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 143.69 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। बैंक ने दिसंबर 2020 में समाप्त तीसरी तिमाही में 91.62 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। कुल आय 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में 10.4 फीसदी गिरकर 2,098.25 करोड़ रुपये रही।     भाषा

First Published : May 21, 2021 | 10:59 PM IST