facebookmetapixel
NPS में शामिल होने का नया नियम: अब कॉर्पोरेट पेंशन के विकल्प के लिए आपसी सहमति जरूरीएशिया-पैसिफिक में 19,560 नए विमानों की मांग, इसमें भारत-चीन की बड़ी भूमिका: एयरबसअमेरिकी टैरिफ के 50% होने के बाद भारतीय खिलौना निर्यातकों पर बढ़ा दबाव, नए ऑर्डरों की थमी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने किया साफ: आधार सिर्फ पहचान के लिए है, नागरिकता साबित करने के लिए नहींBihar चुनाव के बाद लालू परिवार में भूचाल, बेटी रोहिणी ने राजनीति और परिवार दोनों को कहा ‘अलविदा’1250% का तगड़ा डिविडेंड! अंडरवियर बनाने वाली कंपनी ने निवेशकों पर लुटाया प्यार, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते₹4 करोड़ कम, लेकिन RR चुना! जानिए क्यों Jadeja ने CSK को कहा अलविदा75% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मा कंपनी का निवेशकों को बड़ा तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते25 की उम्र में रचा इतिहास! मैथिली ठाकुर बनीं बिहार की सबसे कम उम्र की MLA; जानें पिछले युवा विजेताओं की लिस्टDividend Stocks: अगले हफ्ते 50 से अधिक कंपनियां बाटेंगी डिविडेंड, शेयधारकों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफा

बैंकों को घरेलू आर्थिक विकास से होगा लाभ : मूडीज

Last Updated- December 11, 2022 | 6:52 PM IST

वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने आज कहा कि वैश्विक महामारी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था दोबारा पटरी पर आ गई है और सैन्य संघर्ष से देश की रिकवरी बेपटरी नहीं होगी, जिससे देश के बैंकों के लिए परिचालन की अनुकूल स्थिति पैदा होगी।बैंकों के ऋण का प्रदर्शन और लाभ सुधार रहा है, हालांकि यह निचले आधार स्तर से सुधार रहा है। मूडीज ने कहा कि पूंजी और तरलता का स्तर स्थिर है। रूस-यूक्रेन के सैन्य संघर्ष से आई वैश्विक आर्थिक गिरावट भारत में मुद्रास्फीति और ब्याज दरों को बढ़ा देगी तथा आपूर्ति अवरोध पैदा करेगी।हालांकि भारतीय बैंक वैश्विक महामारी से पहले की तुलना में अब बेहतर स्थिति में हैं। पिछले दशक में ऋण की गुणवत्ता बिगड़ गई थी, क्योंकि बैंकों की कॉर्पोरेट उधार के बहीखातों का एक बड़ा हिस्सा अच्छा नहीं था।उस समय कॉरपोरेट दबाव कई कारकों के साथ जुड़ा हुआ था, जिसमें धीमा आर्थिक विकास, अति-ऋणग्रस्तता और खराब प्रशासन शामिल थे। तब से बैंक अपने बहीखातों को दुरुस्त कर चुके हैं और इसके परिणामस्वरूप गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में गिरावट आ रही है।    

First Published - May 19, 2022 | 1:17 AM IST

संबंधित पोस्ट