वित्त-बीमा

UPI की सफलता के बाद आगे की तैयारी, सुपर.मनी करेगी ऋण और धन प्रबंधन की पेशकश का विस्तार

फ्लिपकार्ट के निवेश वाली सुपर डॉट मनी जुलाई में अपने परिचालन की शुरुआत के बाद ऋण और धन प्रबंधन में अपनी पेशकशों का दायरा बढ़ाने की योजना बना रही है।

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अजिंक्या कवाले   
Last Updated- December 15, 2024 | 10:15 PM IST

फ्लिपकार्ट के निवेश वाली सुपर डॉट मनी जुलाई में अपने परिचालन की शुरुआत के बाद ऋण और धन प्रबंधन में अपनी पेशकशों का दायरा बढ़ाने की योजना बना रही है। बेंगलूरु की यह फिनटेक कंपनी अगले कैलेंडर वर्ष (2025) की पहली छमाही में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर ऋण, असुरक्षित क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन जैसी क्रेडिट योजनाएं पेश करने की दिशा में बढ़ रही है।

सुपर डॉट मनी के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी प्रकाश सिकारिया ने कहा, ‘अगले कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में आपको यूपीआई पर क्रेडिट से संबं​धित ट्रांजेक्शन क्रेडिट की योजनाएं आकार लेते हुए दिखाई देंगी। इस साल दिसंबर से जनवरी के बीच असुरक्षित क्रेडिट कार्ड लाने की योजना है। साल 2025 की पहली तिमाही में ऐप पर पर्सनल लोन की योजनाएं मिलने लगेंगी।’

उन्होंने कहा कि कंपनी अपने ग्राहकों को पर्सनल लोन का विस्तार करने के लिए साल 2025 के मध्य तक 10 से 15 बैंकों के साथ साझेदारी करेगी। फिलहाल कंपनी का उपयोगकर्ता आधार 70 लाख से अधिक है। यूपीआई के बड़े परिदृश्य में कंपनी की वृद्धि के कारण क्रेडिट पेशकशों का विस्तार करने का भरोसा मिला है।

नवंबर में 7.8 करोड़ से अधिक लेनदेन करते हुए यूपीआई के अग्रणी प्लेटफॉर्म पर फिनटेक कंपनी इस क्षेत्र की छठी सबसे बड़ी तीसरे पक्ष वाली ऐप्लिकेशन प्रदाता (टीपीएपी) बन गई है। पिछले महीने यूपीआई लेनदेन की मात्रा के लिहाज से यह ऐप 12वीं सबसे बड़ी भागीदार थी।

नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों से पता चलता है कि नवी एक अन्य ऐसी टीपीएपी है जो अपने प्लेटफॉर्म पर अ​धिक यूपीआई वॉल्यूम दर्ज करने में सक्षम रही और चौथी सबसे बड़ी भागीदार बन गई है।

अलबत्ता असुर​क्षित ऋण में यह विस्तार ऐसे समय किया जा रहा है, जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने डीएमआई फाइनैंस और नवी फिनसर्व जैसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के खिलाफ कार्रवाई की है। पिछले साल बैंकिंग नियामक ने असुरक्षित पर्सनल लोन के मामले में जोखिम भार बढ़ा दिया था, जिससे इस क्षेत्र की वृद्धि धीमी हो गई।

सिकारिया ने कहा, ‘फिनटेक में अब एमवीपी (मिनिमम वाएबल प्रोडक्ट) की कोई अवधारणा नहीं है क्योंकि बदलते परिप्रेक्ष्य के साथ आपको ढलना होगा, ग्राहकों को त्रुटिहीन सेवा देनी होगी और बैकअप रखना होगा। जब मैंने 10 से 15 बैंकों के साथ भागीदारी की बात कही, तो इसका मतलब है कि हम कई बैंकों के साथ काम कर रहे हैं। भले ही किसी एक पर नियामकीय कार्रवाई हो, लेकिन आपका कारोबार कम नहीं होता है।’

कंपनी ने पिछले महीने अपने उपयोगकर्ताओं के लिए सावधि जमा शुरू करते हुए धन प्रबंधन क्षेत्र में प्रवेश किया है। संस्थापक अगले साल के मध्य तक म्युचुअल फंड जैसी अन्य पेशकश शुरू करने की योजना बना रहे हैं।

First Published : December 15, 2024 | 10:15 PM IST