जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी के पोले ने कहा है कि इस केंद्रशासित प्रदेश में बुधवार को पहले चरण का विधान सभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ और इसमें करीब 59 प्रतिशत मतदान हुआ जो पिछले सात चुनावों में सर्वाधिक मतदान है। उन्होंने कहा कि वैसे यह आंकड़ा अंतरिम है तथा सुदूर क्षेत्रों से अंतिम रिपोर्ट मिलने एवं डाकमतपत्र के बाद उसमें आंशिक वृद्धि हो सकती है।
उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ जिले में सबसे अधिक 77 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि पुलवामा जिले में सबसे कम 46 प्रतिशत मतदान हुआ। पोले ने उम्मीद जताई कि 25 सितंबर और 1 अक्टूबर के बाकी दो चरणों में भी उच्च मतदान होगा।
घाटी में बुधवार को पहले चरण के विधान सभा चुनाव के तहत मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान केंद्रों पर पुरुष, महिला, युवा, बुजुर्ग और यहां तक कि मुश्किल से चल-फिर पा रहे मतदाता धैर्य से वोट डालने की बारी का इंतजार करते नजर आए। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ।
अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 के समाप्त होने और जम्मू-कश्मीर के दो केंद्र-शासित प्रदेश (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बंटने के बाद से इस केंद्र-शासित प्रदेश की 90 सदस्यीय विधान सभा के लिए यह पहला चुनाव है। पिछले विधान सभा चुनाव 2014 में हुए थे।
जम्मू-कश्मीर की 24 विधान सभा सीट पर बुधवार को पहले चरण का मतदान संपन्न हुआ। इनमें से 16 सीट कश्मीर घाटी और आठ जम्मू क्षेत्र की हैं। इस चरण में 23 लाख से अधिक मतदाता 219 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 90 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जगह-जगह सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। बिजबेहरा और डीएच पुरा के कुछ क्षेत्रों में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरों को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने मतदाताओं से बड़ी संख्या में ‘लोकतंत्र के इस पर्व’ में हिस्सा लेने का आह्वान किया। ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मोदी ने खासकर युवाओं और पहली बार के मतदाताओं से मतदान की अपील की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी युवाओं की शिक्षा, रोजगार और महिला सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए अलगाववाद का मुकाबला करने वाली सरकार चुनने के लिए भारी मतदान की अपील की। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘पहले मतदान , फिर जलपान।’ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी लोगों, खासकर युवाओं और महिलाओं से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने का आह्वान किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मतदाताओं को संबोधित करते हुए उन्हें राज्य के दर्जे में बदलाव के निहितार्थों की याद दिलाई और उनसे अपने अधिकारों की रक्षा करने की अपील की। उन्होंने शांति, स्थिरता और विकास पर केंद्रित भविष्य के लिए (मतदान में) भागीदारी के महत्त्व पर जोर दिया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने चुनाव को मतदाताओं के लिए अपने अधिकारों को पुनः प्राप्त करने और क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने का एक मौका बताया। राहुल ने राज्य के दर्जे को घटाने को ‘संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन’ करार दिया और नागरिकों से समृद्ध भविष्य के लिए मतदान करने की अपील की।
नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर के साथ जो हुआ, उसे हम भूले नहीं हैं, इसलिए यह हर लिहाज से बहुत महत्त्वपूर्ण चुनाव है।’ विधान सभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 25 सितंबर को और तीसरे एवं अंतिम चरण के तहत 1अक्टूबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी। (साथ में एजेंसियां)