चुनाव

MP election Gwalior-chambal: ग्वालियर-चंबल अंचल में भाजपा को टक्कर दे पाई कांग्रेस

पूरे प्रदेश में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बीच ग्वालियर—चंबल की 34 से 16 जीतकर कांग्रेस भाजपा को टक्कर देती दिखी। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह जैसे द

Published by
रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- December 04, 2023 | 1:58 PM IST

MP Election Result 2023: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की जीत की उम्मीद पर न सिर्फ पानी फिरा, बल्कि उसे अपनी अब तक की दूसरी शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। हालांकि कांग्रेस ग्वालियर—चंबल अंचल में भाजपा को टक्कर देने में कामयाब रही। कांग्रेस को मध्य क्षेत्र, मालवा—निवाड, विंध्य, बुंदेलखंड और महाकौशल अंचल में करारी हार मिली।

ग्वालियर—चंबल अंचल की 47 फीसदी सीटों पर कांग्रेस जीती, हालांकि 2018 से 10 सीटें कम

कांग्रेस के वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में बहुमत के करीब पहुंचने में ग्वालियर—चंबल अंचल की सबसे बड़ी भूमिका थी क्योंकि कांग्रेस को इस अंचल की 34 सीटों में से 26 सीटें मिली थी और इसके साथ ही उसकी जीत का प्रतिशत 75 फीसदी से ज्यादा रहा। इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बीच इस क्षेत्र ने जरूर लाज रखी क्योंकि कांग्रेस यहां भाजपा को टक्कर देने में कामयाब रही। कांग्रेस को 34 विधानसभा सीटों में से 16 सीटों पर जीत मिली, जो कुल सीटों का करीब 47 फीसदी हिस्सा है।

इस तरह कांग्रेस का इस अंचल में जीत का स्ट्राइक रेट 47 फीसदी रहा, जबकि पूरे प्रदेश में यह करीब 29 फीसदी ही था। ग्वालियर—मुरैना की 6—6 विधानसभा सीटों में कांग्रेस आधी यानी 3—3 सीटें जीतने में कामयाब रही। भिंड व दतिया में भी कांग्रेस को 2—2 सीटें मिली। श्योपुर जिले में दोनों सीटें जीतने में कांग्रेस सफल रही। शिवपुरी जिले की 5 सीटों में से भाजपा को 4 पर जीत मिली। अशोकनगर की 3 में से 2 पर और गुना की 4 में से 2 पर जीत मिली।ये तीनों जिले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ज्यादा प्रभाव वाले हैं। इस तरह देखा जाए तो इन जिलों में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय सिंधिया को जाता है।

यह भी पढ़ें: MP Elections 2023: शिवराज की ‘लाडली बहना’ ने दिलाई मध्य प्रदेश में भाजपा को दोबारा सत्ता

नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा जैसे दिग्गज हारे, नरेंद्र तोमर जीते

ग्वालियर—चंबल अंचल में इस बार भाजपा—कांग्रेस के कई दिग्गजों को हार का सामना करना पडा। इस क्षेत्र में दिग्गजों में हार की सबसे ज्यादा चर्चा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की रही है। भाजपा की लहर में भी मिश्रा दतिया से कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र भारती से करीब 7,700 वोट से चुनाव हार गए। मिश्रा के बाद बीते 7 चुनाव से जीत रहे नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के दिग्गज नेता गोविंद सिंह को भी लहार से हार का सामना करना पडा। शिवपुरी से कांग्रेस के पूर्व मंत्री के पी सिंह, भितरवार से कई बार से चुनाव जीत रहे कांग्रेस के पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव जैसे कांग्रेसी दिग्गजों को हार का सामना करना पडा। भाजपा की तरफ से पूर्व मंत्री और सिंधिया की मामी माया सिंह, भिंड की अटेर से मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया,सिंधिया समर्थक मंत्री महेंद्र सिसोदिया और पूर्व मंत्री इमरती देवी, नरेंद्र तोमर समर्थक मंत्री भारत सिंह कुशवाहा को ग्वालियर ग्रामीण से हार का सामना करना पडा। दिग्गजों की हार के बीच कुछ दिग्गज जीेतने में भी कामयाब रहे।

इनमें सबसे बड़ा नाम केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का रहा। तोमर मुरैना जिले की दिमनी सीट से 20 हजार से अधिक वोटों से जीते हैं। इसी जिले की सुमावली विधानसभा से कांग्रेस और भाजपा में मंत्री रहे ऐदल सिंह कंषाना भी इस भाजपा के टिकट पर जीतने में कामयाब रहे। कंषाना ने सिंधिया के साथ कांग्रेस से बगावत कर भाजपा थामी और मंत्री बने। लेकिन उप चुनाव में हार गए। दतिया जिले से कांग्रेस उम्मीदवार और इस अंचल में कांग्रेस के दलित चेहरे फूल सिंह बरैया भी इस बार जीतने में कामयाब रहे।

यह भी पढ़ें: MP Election Results 2023 : भारत की जनता का भरोसा सिर्फ और सिर्फ सुशासन और विकास की राजनीति करने वाले में- मोदी

रिश्तों की नजर से ग्वालियर—चंबल अंचल के चुनाव परिणाम

ग्वालियर—चंबल संभाग में इस बार रिश्तेदारी के हिसाब से भी कुछ दिलचस्प चुनाव हुए। जहां एक ओर दो समधी अलग—अलग सीट से जीतने में कामयाब रहे तो वहीं दो सामधी आपस लडे। मुरैना विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडे दिनेश गुर्जर और ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडे साहब सिंह गुर्जर आपस में समधी हैं। कांग्रेस के ये दोनों की उम्मीदवार पहली चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। ग्वालियर की डबरा विधानसभा से पूर्व मंत्री और भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी और कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे के बीच समधी—समधन का रिश्ता है। इस सीट पर समधी राजे से समधन इमरती देवी को हरा दिया।

भिंड जिले में मामा—भांजे दोनों को हार का सामना करना पडा। नेता प्रतिपक्ष और भिंड की लहार से डॉ गोविंद सिंह को हार का सामना करना पडा, वहीं उनके रिश्ते में भांजे और मेहगांव विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार राहुल भदौरिया को भी हार मिली।

यह भी पढ़ें: MP Assembly Elections 2023: ‘सेमीफाइनल’ में भाजपा के आगे कांग्रेस चित, मगर शिवराज की चुनौती

First Published : December 4, 2023 | 1:58 PM IST