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लोकसभा चुनावों से पहले कल्याणकारी योजनाओं के साथ ही लोक लुभावन परियोजनाओं को रफ्तार देने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अनुपूरक बजट लाएगी।
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट लाने की तैयारी की जा रही है। वह चालू वित्त वर्ष का पहला अनुपूरक बजट होगा जिसके लिए विभिन्न विभागों से प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं।
अनुपूरक बजट में सालाना बजट के बाद ऐलान की गई बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए धनराशि की व्यवस्था की जाएगी, साथ ही भारतीय जनता पार्टी के लोक संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा करने की कोशिश होगी।
वित्त विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगले साल लोकसभा चुनावों के चलते सालाना बजट के स्थान पर लेखानुदान लाने की संभावना है। इसको देखते हुए और लोकसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर में कई बड़ी परियोजनाओं के साथ ही चुनावी घोषणाओं के लिए धनराशि की व्यवस्था अनुपूरक बजट के जरिए ही की जानी है।
आगरा, गोरखपुर और कानपुर मेट्रो परियोजनाओं, बन रहे नए एयरपोर्ट, सड़क परियोजनाओं के साथ ही विभिन्न जिलों में बन रहे मेडिकल कॉलेजों के लिए धन की अतिरिक्त व्यवस्था अनुपूरक बजट में की जा सकती है। अनुपूरक बजट में अयोध्या में चल रही परियोजनाओं के लिए भी विशेष तौर पर धन का इंतजाम किया जाएगा।
अगले साल जनवरी में होने वाले अयोध्या के राम मंदिर के लोकार्पण के कार्यक्रम को लेकर भी अनुपूरक बजट में धनराशि की व्यवस्था किया जाना है। वित्त विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब मिले प्रस्तावों को देखते हुए अनुपूरक बजट का आकार 35 से 40000 करोड़ रुपये बीच हो सकता है।
अनुपूरक बजट पर आगामी लोकसभा चुनावों की छाया साफ नजर आएगी। स्मार्ट फोन वितरण, कन्या सुमंगला योजना व कुछ अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लिए धन का इंतजाम इसमें किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारी नवंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में शीतकालीन सत्र बुलाने की है। गौरतलब है कि इस साल फरवरी में योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 6.90 लाख करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट पेश किया था। इससे पहले के वर्ष में योगी सरकार ने 6.15 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था।