लोकसभा चुनाव

PM मोदी की टिप्पणी से चौंका उद्योग जगत; कांग्रेस ने किया अदाणी-अंबानी से गुप्त समझौते के आरोप पर पलटवार

शेयर बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री केवल बड़े कारोबारियों को लेकर विपक्षी दलों की चुप्पी की बात कर रहे थे।

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देव चटर्जी   
समी मोडक   
Last Updated- May 09, 2024 | 12:20 AM IST

कारोबारी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर हैरत जताई है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अब चुनाव के दौरान अंबानी-अदाणी की बात नहीं करते। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि कारोबारी घरानों और कांग्रेस के बीच कोई गुप्त समझौता हो गया हो। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक कंपनी के सीईओ ने कहा, ‘प्रधानमंत्री देश के दो शीर्ष कारोबारियों की बात कर रहे हैं। उनका बयान काफी चौंकाने वाला है।’

तेलंगाना के करीमनगर के वेमुलावाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘पिछले पांच साल से सुबह उठते ही ‘अंबानी और अदाणी के नाम की माला जपने वाले कांग्रेस के शहजादे’ ने उनसे ‘कितना माल उठाया’ है जो लोक सभा चुनाव घोषित होते ही उन्होंने उन्हें ‘गाली देना’ बंद कर दिया।

उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल का नाम लिए बगैर ‘दाल में कुछ काला’ होने की आशंका जताई और कहा कि उन्हें देश को इसका जवाब देना पड़ेगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि कारोबारी घरानों और कांग्रेस के बीच पैसे का लेनदेन हुआ हो।

शेयर बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री केवल बड़े कारोबारियों को लेकर विपक्षी दलों की चुप्पी की बात कर रहे थे। अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट कहते हैं, ‘इस देश में यदि आप एक भरोसेमंद राजनीतिक ताकत बनना चाहते हैं तो आपको कारोबार समर्थक रवैया अपनाना ही होगा। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि निजी क्षेत्र लगातार नौकरियां पैदा करता है। उद्योग और सरकार के बीच संवाद अपरिहार्य है। कोई भी राजनीतिक शक्ति सरकार में आने पर अपने नागरिकों की भलाई के लिए उद्योग जगत से बेहतर संबंधों का इस्तेमाल करती है। संभवत: विपक्ष को कुछ अक्ल आ गई है।’ अन्य कारोबारी हस्तियां कहती हैं कि यह एक चुनावी बयान है, इससे ज्यादा कुछ नहीं।

एक सीईओ ने कहा, ‘चुनावी सरगर्मी के बीच यह बयान तूफान खड़ा कर सकता है।’ एसपी तुलस्यान डॉटकाम के संस्थापक एसपी तुलस्यान कहते हैं, ‘कॉरपोरेट का समर्थन करने के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना करने वाले राहुल गांधी पर उन्होंने सीधा पलटवार किया। मैं इस बारे में पक्का कुछ नहीं कह सकता कि प्रधानमंत्री ने यह बात किसी पुख्ता सबूत या सूचना के आधार पर कही हो, लेकिन इतना तय है कि मतदाताओं पर ऐसी बातों का असर होता है।’

इस संबंध में प्रतिक्रिया के लिए आरआईएल और अदाणी समूह को बुधवार को ईमेल भेजे गए, परंतु खबर छपने तक किसी का भी जवाब नहीं आया था। उद्योग संगठनों-सीआईआई, फिक्की और एसोचैम ने इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार किया।

ईडी व सीबीआई से जांच कराएं : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी कि वह इस बात की जांच सीबीआई या ईडी से कराएं कि क्या उद्योगपति अदाणी और अंबानी ने उनकी पार्टी को ‘टेम्पो से पैसा भेजा’ है।

राहुल ने एक वीडियो संदेश में पूछा कि क्या मोदी उद्योगपतियों द्वारा भेजे जा रहे पैसों के बारे में अपने ‘व्यक्तिगत अनुभव’ के आधार पर बोल रहे हैं। राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने दो उद्योगपतियों को जितने पैसे दिए हैं, कांग्रेस पार्टी विभिन्न योजनाओं के जरिये भारत की जनता को उतना पैसा देगी, जिसका पार्टी ने वादा किया है।’

उन्होंने दावा किया, ‘देश जानता है कि भाजपा के भ्रष्टाचार के टेम्पो का ‘ड्राइवर’ और ‘खलासी’ कौन है।’ राहुल ने कहा, ‘मोदी जी, क्या आप थोड़ा डरे हुए हैं? आम तौर पर आप बंद कमरे में अदाणी और अंबानी के बारे में बात करते हैं, लेकिन पहली बार आपने सार्वजनिक रूप से अदाणी और अंबानी के बारे में बात की है। तो आप ये भी जानते हैं कि वे टेम्पो में पैसे देते हैं। क्या यह आपका व्यक्तिगत अनुभव है?’

First Published : May 8, 2024 | 11:08 PM IST