प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस को चुनौती दी कि वह और उसके सहयोगी दल लिखित में गारंटी दें कि वे यदि सत्ता में आए तो धर्म के आधार पर कभी भी आरक्षण नहीं देंगे। गुजरात के बनासकांठा में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने एक बार फिर आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री से सवाल किया कि वह बताएं कि उनकी सरकार आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को हटाएगी।
अपने गृह प्रदेश गुजरात में लोक सभा चुनाव के लिए मतदान से पहले बनासकांठा जिले के दीसा शहर में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जब तक वह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में हैं, तब तक अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को नौकरियों और शिक्षा में दिए गए आरक्षण की रक्षा की जाएगी।
भाजपा के दिग्गज नेता ने जोर देकर कहा, ‘मैं कांग्रेस के शहजादे (राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए) के साथ-साथ उनकी पार्टी और उसके समर्थकों को चुनौती देता हूं कि वे घोषणा करें कि कभी भी धर्म के नाम पर आरक्षण का दुरुपयोग नहीं करेंगे, न ही कभी संविधान के साथ खिलवाड़ करेंगे और कभी भी धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं देंगे।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ फैला रही है कि हम संविधान बदल देंगे। जब लोगों ने उन्हें सुनना बंद कर दिया तो वे फर्जी वीडियो प्रसारित करने लगे।
प्रधानमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस लोक सभा में बहुमत के लिए जरूरी 272 उम्मीदवार भी मैदान में नही उतार सकी है और वह केंद्र में सरकार बनाने की बात कर रही है। दूसरी ओर कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में अपना रुख स्पष्ट करने को कहा कि क्या वह अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और ओबीसी के लिए आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाएंगे।