लोकसभा चुनाव

Interview: लोक सभा चुनाव जीतते हैं तो पटना साहिब में खूब आएगा निजी निवेश- पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद

Lok sabha election: 'यूसीसी हमारी सरकार का सबसे प्रमुख एजेंडा है। वोट बैंक राजनीति के कारण अन्य दल इससे किनारा करते रहे हैं।'

Published by
हर्ष कुमार   
Last Updated- May 28, 2024 | 11:18 PM IST

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि यदि वह पटना साहिब से लोक सभा चुनाव जीतते हैं तो यहां अ​धिक से अ​धिक निजी निवेश लाने पर जोर रहेगा। पटना में हर्ष कुमार के साथ रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्होंने कुछ ऐसे कदम उठाए हैं, जिनसे टीसीएस जैसी कंपनियों ने यहां पैसा लगाया है। बातचीत के प्रमुख अंशः

अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए आप किस चीज पर अ​धिक ध्यान देंगे?

मैं पहले ही कुछ आवश्यक कदम उठा चुका हूं, जिनकी बदौलत टीसीएस जैसी कंपनियां यहां आई हैं और कई निजी परियोजनाएं चल रही हैं। इसके अतिरिक्त मेट्रो परियोजना भी प्रस्तावित है। गंगा पर कई पुल बनाने का काम किया जा रहा है। अपने शहरियों का जीवन स्तर सुधारना और हाईवे नेटवर्क का विस्तार करना हमेशा मेरी प्राथमिकता रहा है। यहां निजी क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए भी लगातार माहौल तैयार हर रहे हैं।

इस बार के चुनावों में बिहार का क्या रुख है?

राज्य के लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जबरदस्त समर्थन दिख रहा है। इससे संकेत मिलता है कि बिहार में राजग सभी 40 सीटें जीतेगा।

क्या आप मानते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा तैयार की गईं नीतियां जमीन पर उतरी हैं और उनसे चुनाव में आपको मदद मिल रही है?

प्रधानमंत्री मोदी ने नई सरकार बनने पर अगले 100 दिन की कार्ययोजना तैयार की है। हम प्रधानमंत्री मोदी की लैंगिक न्याय, तीन तलाक की समा​प्ति, वंचितों तक प्रत्यक्ष लाभ (डीबीटी) एवं महिला सश​क्तीकरण जैसी तमाम पहलों का सकारात्मक प्रभाव आम लोगों पर स्पष्ट देख रहे हैं। लखपति दीदी जैसी योजनाओं के कारण भाजपा के प्रति समर्थन तेजी से बढ़ा है। इसके अतिरिक्त मधुबनी पेंटिंग को बढ़ावा देने के केंद्र सरकार के प्रयास का असर भी बिहार में दिख रहा है। आईटी मंत्री रहते मैंने ई-कॉमर्स बिजनेस को प्लेटफॉर्म दिया, जिससे उद्योग को बढ़ावा मिला।

पूर्व कानून मंत्री होने के नाते समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर आपकी राय क्या है?

यूसीसी हमारी सरकार का सबसे प्रमुख एजेंडा है। वोट बैंक राजनीति के कारण अन्य दल इससे किनारा करते रहे हैं। मैं देश के लोगों से अपील करता हूं कि वे ऐसी सरकार चुनें जो ​स्थिरता लाने में सक्षम हो।

चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी अंशुल कुमार के बारे में क्या कहेंगे?

जब भी मैं चुनाव लड़ता हूं तो अपने प्रतिद्वंद्वी का नाम नहीं लेता हूं। यहां तक कि पिछले चुनाव में भी जब शत्रुघ्न सिन्हा को हराया था तब भी मैंने उनका नाम नहीं लिया था। मैं अपनी नीतियों के अनुसार कार्य करता हूं।

First Published : May 28, 2024 | 11:18 PM IST