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उत्तर के हिंदी भाषी राज्यों में उच्च जातियों विशेषकर ब्राह्मणों में अपनी पैठ मजबूत करने के उद्देश्य से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को राजस्थान में भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान किया है। शर्मा पहली बार जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। इसके अलावा, पार्टी ने दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया है।
साथ ही वरिष्ठ नेता वासुदेव देवनानी को स्पीकर बनाने का निर्णय लिया है। बीते रविवार को ही भाजपा ने अनुसूचित जनजाति से आने वाले विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाया था। इसके बाद सोमवार को अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले मोहन यादव को मध्य प्रदेश सरकार की कमान सौंपी। इस तरह पार्टी ने तीनों प्रमुख राज्यों में जातिगत संतुलन साधने की कोशिश की है।
तीन राज्यों- छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में मुख्यमंत्रियों का ऐलान करने के लिए भाजपा में पिछले दस दिन से कवायद चल रही थी। भाजपा विधायक दल की बैठक फिर मंगलवार शाम को जयपुर में हुई, जिसमें शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया। इसके साथ ही राज्य में नए मुख्यमंत्री को लेकर अटकलों पर विराम लग गया। पार्टी द्वारा विधायक प्रेमचंद बैरवा व दीया कुमारी को राजस्थान का उपमुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की गई है।
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शर्मा से पहले राजस्थान में ब्राह्मण समुदाय से आने वाले आखिरी मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी थे। शर्मा ने विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पहली प्रतिक्रिया में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाएगा। शर्मा बाद में पार्टी के अन्य नेताओं के साथ राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से मिले।
पार्टी की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किया गया। पार्टी विधायक दल की बैठक जयपुर स्थित पार्टी मुख्यालय में हुई। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विधायक दल के नेता के रूप में भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे विधायक दल ने स्वीकार कर लिया। भजनलाल भाजपा के प्रदेश महासचिव हैं। उनके पास राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री है। शर्मा (56) ने जयपुर की सांगानेर सीट 48,081 वोटों के अंतर से जीती है। वह भरतपुर जिले के रहने वाले हैं।
बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दो सह-पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडे मौजूद थे। राजनाथ सिंह ने मीडिया को बताया कि विधायक दीया कुमारी व प्रेम चंद बैरवा उपमुख्यमंत्री होंगे। वहीं वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष होंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि भजनलाल के नेतृत्व में राजस्थान प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा। राज्य में विधानसभा की 200 में 199 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को 115 सीटों पर जीत मिली। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शर्मा ने मीडिया से कहा कि राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि राजस्थान की यह जो टीम है, वह राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करेगी। बीते दो दशक में पहली बार भाजपा की ओर से राजस्थान में कोई नया चेहरा मुख्यमंत्री होगा। इससे पहले वसुंधरा राजे 2003 से 2008 और 2013 से 2018 तक दो बार मुख्यमंत्री पद पर रह चुकी हैं।
इस बार भी उन्हें मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल माना जा रहा था। पार्टी द्वारा राज्य की कमान जिन तीन नेताओं को दी गई है, वे जयपुर से हैं। भावी मुख्यमंत्री जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं, तो भावी उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी जयपुर की विद्याधरनगर से और भावी उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा जयपुर के पास दुदू सीट से विधायक हैं।
शर्मा ब्राह्मण समुदाय से आते हैं जबकि दीया कुमारी राजपूत और बैरवा दलित समुदाय से आते हैं। वहीं भावी विधानसभा अध्यक्ष देवनानी सिंधी समुदाय से आते हैं। वे अजमेर उतर सीट से विधायक हैं। प्रेम चंद बैरवा (54) को पार्टी की राजस्थान इकाई के दलित चेहरे के रूप में देखा जाता है।
वहीं, जयपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य दीया कुमारी दो बार विधायक और एक बार सांसद रह चुकी हैं। दीया कुमारी राजसमंद से भाजपा की सांसद थीं और उन्हें जयपुर के विद्याधरनगर सीट से विधानसभा चुनाव में टिकट दिया गया था। वह 2013 में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक चुनी गईं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वह राजसमंद से सांसद चुनी गईं। दीया (51) जयपुर के पूर्व राजपरिवार के सवाई भवानी सिंह की बेटी हैं। भवानी सिंह ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 10वीं पैराशूट रेजिमेंट के पैरा कमांडो के लेफ्टिनेंट कर्नल और कमांडिंग ऑफिसर के रूप में गौरव हासिल किया था।
भजन लाल शर्मा की पत्नी ने जयपुर स्थित आवास पर मीडिया से कहा, ‘मैं लोगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देती हूं।’ शर्मा ने अपनी स्कूली शिक्षा नदबई शहर, भरतपुर से पूरी की और राजकीय महाविद्यालय भरतपुर से कला में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने जयपुर में राजस्थान विश्वविद्यालय से एमए (राजनीति विज्ञान) की उपाधि प्राप्त की।
(साथ में भाषा)