कोरोना महामारी के बीच उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) बढऩे का अनुमान है। कृषि, पशुपालन, मछली पालन, खनन, जलापूर्ति, विनिर्माण, ट्रांसपोर्ट और सेवा क्षेत्र में आई तेजी के चलते जीएसडीपी में 2.1 फीसदी बढ़त का आकलन किया गया है।
राज्य नियोजन संस्थान के अर्थ एवं संख्या प्रभाग के एक अध्ययन के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2020-21 के तीसरी तिमाही में प्रदेश की आर्थिक प्रगति बेहतर रही थी। इसके आधार पर प्रदेश के जीएसडीपी वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है। यह अनुमान वर्ष 2011-12 के स्थिर भावों पर आधारित है।
अर्थ एवं संख्या प्रभाग के विशेषज्ञों के अनुसार बीते साल कोरोना संकट के दौरान लगाए गए लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई थी। लॉकडाउन हटाए जाने के बाद धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियों को शुरू किया गया। उस दौरान प्रदेश सरकार ने निर्यात कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की रियायतें देने का ऐलान किया। आईटी तथा लॉजिस्टिक सेक्टर में निवेश के लिए उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया। तो छोटे कारोबारियों को कारोबार को शुरू करने के लिए बैंकों से लोन दिलाने की व्यवस्था की गई। पटरी दुकानदारों को भी लोन दिलाने का भी इंतजाम किया गया। इसके अलावा ग्रामीणों क्षेत्रों में मछली पालन, मुर्गी पालन, पशुपालन तथा डेयरी कारोबार को बढ़ावा देने संबंधी योजनाओं से युवाओं को जोडऩे का कार्य किया।
