यूपीएल ने अपने सबसे बड़े बाजार लैटिन अमेरिका में दमदार प्रदर्शन के बल पर मार्च तिमाही में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। ब्राजील की मुद्रा में मूल्यह्रïास के बावजूद लैटिन अमेरिकी बाजार ने सालाना आधार पर 40 फीसदी की वृद्धि दर्ज की जिसे मात्रात्मक बिक्री में तेजी और कीमतों में बढ़ोतरी से बल मिला।
हालांकि उत्तर अमेरिकी बाजार में कंपनी की वृद्धि को आपूर्ति संबंधी बाधाओं का झटका लगा लेकिन यूरोप और भारत में 17 से 23 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। यूरोप में सतत समाधान कारोबार की बिक्री बढऩे और भारत में अनुकूल मौसम से बिक्री को रफ्तार मिली।
मार्च तिमाही में दमदार सकल मुनाफे के बल पर कंपनी का परिचालन मुनाफा मार्जिन 233 आधार अंक बढ़कर 21.8 फीसदी हो गया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 के लिए 21.6 फीसदी का मार्जिन दर्ज किया। कंपनी अगले तीन वर्षों में इसे बढ़ाकर 24 से 25 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है। बैकवार्ड इंटीग्रेशन और उत्पाद एवं समाधानों की की क्रॉस-सेलिंग से लाभ के बल पर कंपनी इस लक्ष्य तक पहुंचने की कोशिश करेगी।
वित्त वर्ष 2022 में वृद्धि के अनुमान भी दमदार रहने के आसार हैं। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी के राजस्व में 8 से 10 फीसदी और परिचालन लाभ में 12 से 15 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है। कंपनी के लिए भारी ऋण बोझ की चिंता कम होने लगी है क्योंकि 3,140 करोड़ रुपये की शुद्ध ऋण अदायगी से शुद्ध ऋण बोझ घटकर 18,922 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी ने इसे घटाकर शुद्ध ऋण बनाम परिचालन मुनाफे के दोगुना अनुपात तक लाने का लक्ष्य रखा है जो फिलहाल 2.2 गुना है।
प्रभुदास लीलाधर रिसर्च के विश्लेषकों के अनुसारख् यूपीएल के लिए वृद्धि का मुख्य वाहक उसका सतत समाधान पोर्टफोलियो होगा। नए उत्पाद पाइपलाइन से 80 फीसदी से अधिक बिक्री इसी श्रेणी से होने की उम्मीद है। विशेष एवं सतत समाधान पोटफोलियो की हिस्सेदारी बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में 29 फीसदी हो गई जो वित्त वर्ष 2016 में 14 फीसदी रही थी। कंपनी मध्यावधि में इसे बढ़ाकर 50 फीसदी करना चाहती है।
कंपनी मात्रात्मक बिक्री बढऩे और नए उत्पादों को लॉन्च किए जाने के कारण नवोन्मेषी एवं जेनेरिक कंपनियों से अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रही है। लेकिन प्रमुख वैश्विक कंपनियों के साथ करार के जरिये उसे विभिन्न श्रेणियों एवं भौगोलिक क्षेत्रों तक पहुंचने और खुद को फसल समाधान प्रदाता के तौर पर अपनी स्थिति सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।
राजस्व एवं मार्जिन दोनों मोर्चों पर मौजूदा रुझान और ऋण बोझ में कमी को देखते हुए निवेश इस शेयर पर दांव लगाने के लिए विचार कर सकते हैं।