अर्थव्यवस्था

RBI MPC की अक्टूबर बैठक: कब और कैसे देखें दर फैसले का लाइवस्ट्रीम

अर्थशास्त्रियों का मानना है कि मुद्रास्फीति अनुमान में और संशोधन की गुंजाइश है, लेकिन ब्याज दर में कटौती की संभावना कम है

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ऋषिका अग्रवाल   
Last Updated- September 30, 2025 | 1:59 PM IST

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा बुधवार सुबह 10 बजे मौद्रिक नीति समिति (MPC) की अक्टूबर बैठक का परिणाम घोषित करेंगे। मल्होत्रा का संबोधन केंद्रीय बैंक के YouTube चैनल, X अकाउंट और आधिकारिक वेबसाइट पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।

इसके बाद दोपहर 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जिसे इन्हीं प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित किया जाएगा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य केंद्रीय बैंक के नीतिगत फैसलों पर और गहराई से जानकारी देना है।

एमपीसी बैठक कब होती है?

अक्टूबर बैठक का शेड्यूल 29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक है। वित्तीय वर्ष 2025-26 (FY26) की बाकी MPC बैठकें इन तिथियों पर होंगी:

  • 3-5 दिसंबर 2025
  • 4-6 फरवरी 2026

अक्टूबर एमपीसी बैठक से क्या उम्मीद?

अर्थशास्त्रियों का मानना है कि RBI मुद्रास्फीति पूर्वानुमान में संशोधन कर सकता है, लेकिन नीतिगत दरों में कटौती की संभावना कम है।

बिज़नेस स्टैंडर्ड के एक सर्वे के अनुसार, अधिकांश अर्थशास्त्री उम्मीद कर रहे हैं कि समिति इस बार भी यथास्थिति बनाए रखेगी।

हालांकि, कुछ विशेषज्ञों (जैसे भारतीय स्टेट बैंक) का अनुमान है कि समिति नीतिगत दर में 25 आधार अंकों (bps) की और कटौती कर सकती है। (एक आधार अंक यानी 0.01 percentage point होता है।)

अगस्त 2025 की RBI MPC बैठक की मुख्य बातें

  • बैठक 4 से 6 अगस्त के बीच हुई थी।
  • RBI MPC ने रीपो रेट 5.5% पर अपरिवर्तित रखा।
  • इससे पहले 2025 में लगातार तीन बार दरें घटाई गई थीं, जिससे रीपो रेट 6.5% से घटकर 5.5% पर आ गया।
  • मुद्रास्फीति पूर्वानुमान घटाया गया था, लेकिन रुख ‘तटस्थ’ (Neutral) ही रखा गया।

मौद्रिक नीति बैठक क्यों अहम है?

  • MPC बैठक हर दो महीने में होती है, जिसमें ब्याज दरें तय की जाती हैं और मुद्रास्फीति व विकास अनुमान पेश किए जाते हैं।
  • रीपो रेट वह दर है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को उधार देता है।
  • रीपो रेट बढ़ने पर बैंकों के ऋण महंगे हो जाते हैं, जिससे होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन की ईएमआई बढ़ जाती है।
  • वहीं, दरें घटने पर उधारी सस्ती हो सकती है, लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट और बचत पर ब्याज घट सकता है।
First Published : September 30, 2025 | 1:59 PM IST