प्रतीकात्मक तस्वीर
विधान सभा चुनावों की आहट के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को दो बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी। इनमें एक दिल्ली को मेरठ से जोड़ने वाली रैपिड रेल परियोजना (नमो भारत) का साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर खंड, तो दूसरी मेट्रो की मैजेंटा लाइन के विस्तार खंड का उद्घाटन है। साहिबाबाद से आनंद विहार और न्यू अशोक नगर तक 13 किलोमीटर के हिस्से पर 4,600 करोड़ रुपये की लागत आई है। अब मेरठ सीधे दिल्ली से जुड़ गया है और नमो भारत से सफर करने पर दोनों शहरों के बीच की दूरी 40 मिनट में तय हो जाएगी।
नए खंड पर छह किलोमीटर भूमिगत है। इसमें बेहद महत्त्वपूर्ण आनंद विहार का स्टेशन भी शामिल है। केंद्र सरकार की एजेंसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के तहत आने वाली रीजनल रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) ने कहा, ‘मेरठ से दिल्ली के सफर में पहली बार नमो भारत भूमिगत ट्रैक पर दौड़ेगी। न्यू अशोक नगर स्टेशन जमीन से ऊपर (एलिवेटेड) है।’
नमो भारत का यह खंड चालू हो जाने से दिल्ली और मेरठ के यात्रियों को बहुत अधिक फायदा होगा। अक्टूबर 2023 में इसका सीमित खंड पर परिचालन शुरू होने के बाद से अब तक 50 लाख से अधिक यात्री इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं। दिल्ली और मेरठ के बीच रोज आवाजाही करने वाले यात्रियों की यही शिकायत थी कि नमो भारत का पूरी तरह संचालन नहीं होने से उन्हें रेल, सड़क और स्थानीय साधनों पर निर्भर रहना पड़ता था। अब दिल्ली तक जुड़ जाने से आना-जाना काफी आसान हो जाएगा।
नमो भारत का सराय कालेखां तक का शेष हिस्सा आगामी जून तक शुरू होने की संभावना है। इस पर परिचालन शुरू होते ही मेरठ से सीधे दिल्ली के आंतरिक हिस्सों तक पहुंच हो जाएगी और यात्रियों को परिवहन के दूसरे साधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। लगभग 30,000 करोड़ रुपये लागत वाली इस परियोजना का 55 किलोमीटर हिस्सा चालू हो गया है, जिस पर 11 स्टेशन हैं। सराय कालेखां तक पूरी तरह इसके चलने से मेरठ और दिल्ली के बीच की दूरी एक घंटे से भी कम समय में तय होगी और हर रोज लगभग 8 लाख लोग इस सेवा का लाभ उठाएंगे। फ्रांस की दिग्गज कंपनी अल्सटॉम द्वारा निर्मित नमो भारत ट्रेन को 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के हिसाब से डिजाइन किया गया है। सामान्य तौर पर यह 160 की गति से दौड़ेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने चौथे चरण की मेट्रो का भी रविवार को उद्घाटन किया। कोविड महामारी के कारण इसका निर्माण कार्य काफी प्रभावित हुआ था और इसके पूरा होने में सबसे अधिक समय लगा। इस चरण में मोदी ने जनकपुरी से कृष्णा पार्क के बीच 2.8 किमी लंबे खंड पर मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। इस खंड पर 1,200 करोड़ रुपये की लागत आई है। जनकपुरी पश्चिम और कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच मेट्रो 16 मिनट के अंतराल पर मिलेगी।
इस खंड का कृष्णा पार्क से आरके आश्रम मार्ग तक का शेष हिस्सा 2026 तक पूरा होगा। डीएमआरसी के अनुसार इस खंड पर काम तेजी से चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले देश में मेट्रो का नेटवर्क पांच शहरों में केवल 248 किलोमीटर था। पिछले दस वर्षों में यह बढ़कर 752 किलोमीटर से अधिक हो गया है। आज देश के 21 शहरों में मेट्रो का नेटवर्क विकसित हो रहा है, जिससे शीघ्र ही इसका रूट 1000 किलोमीटर तक विस्तारित हो जाएगा।