औद्योगिक संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) ने गतिशक्ति नैशनल मास्टर प्लान (NMP) के लिए सभी राज्यों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों से विभाग द्वारा तैयार किए गए डेटा सेंसिटिविटी, इंटरपोर्टेबिलिटी और साइबर सुरक्षा के टैंपलेट का कड़ाई से पालन करने को कहा है।
शीर्ष सरकारी अधिकारियों ने पाया कि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के कार्यान्वयन में गतिशक्ति NMP के उपयोग में तेजी आने के साथ पोर्टल पर प्रमुख आंकड़े अपलोड करने के संबंध में एक मानक परिचालन प्रक्रिया की जरूरत है, जिसमें केंद्र व राज्यों की प्रमुख भूमिका और दायित्वों का ब्योरा हो।
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि इसके लिए DPIIT ने सभी राज्यों और केंद्र सरकार के सभी विभागों के सचिवों को एक पत्र लिखकर कहा है कि डेटा प्रबंधन मानक को लेकर वे एक सूची प्रस्तुत करें। गतिशक्ति MNP की निगरानी करने वाले DPIIT ने भी एक दस्तावेज तैयार किया है, जो संबंधित हिस्सेदारों के लिए स्पष्टता और डेटा प्रबंधन गतिविधि के लिए अहम संसाधन है।
उपरोक्त उल्लिखित अधिकारियों में से एक ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘इससे सुनिश्चित हो सकेगा कि नैशनल मास्टरप्लान के इस्तेमाल के लिए सही और एकीकृत योजना बनेगी।’
इसके साथ ही NMP में रेल, बंदरगाह, बंदरगाहों से कनेक्टिविटी, गैस पाइपलाइन, ऑप्टिक फाइबर, भूमि रिकॉर्ड आदि से जुड़ी अहम सूचनाएं हैं, जिसे व्यक्तिगत आंकड़ों में भी शामिल किया जा सकता है। इसमें टैंपलेट का पालन अहम होगा क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा मसला है।
दो साल पहले शुरू किया गया NMP एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसमें भारत के बुनियादी ढांचे की रूपरेखा बताई गई है। इसमें मंत्रालयों व विभागों, केंद्र व राज्य सरकारों के बीच तालमेल पर ध्यान दिया गया है, जिससे समग्र विकास और सततता का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) टेक्नोलॉजी की शक्ति का लाभ उठाकर एनएमपी में सभी मंत्रालयों और विभागों की विशेष कार्य योजनाओं का ब्योरा दिया गया है, जिससे समग्र डेटाबेस तैयार हो सके।