नई औपचारिक नौकरियों का सृजन लगातार सितंबर में दूसरे महीने घटा। इससे नई नौकरियों का पैदा होना छह महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। यह हालिया वित्त वर्ष में श्रम बाजारों की सुस्ती का रुझान है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सोमवार को जारी नौकरी के आंकड़ों के मुताबिक कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) के नए सदस्यों की संख्या सितंबर में घटी है। अगस्त में ईपीएफ के नए सदस्यों की संख्या 9,53,092 थी और यह सितंबर में 6.45 प्रतिशत घटकर 8,91,583 हो गई।
हालांकि शुद्ध नौकरियों की संख्या में इजाफा हुआ है। नए सदस्यों में से नौकरी छोड़ने वालों की संख्या को घटाकर शुद्ध नौकरियों की संख्या प्राप्त की जाती है। अगस्त में शुद्ध नौकरियों की संख्या 14.9 लाख थी और यह सितंबर में 14.9 प्रतिशत बढ़कर 17.2 लाख हो गई। हालांकि शुद्ध नौकरियों की संख्या अनंतिम होती है और यह आंकड़ा आमतौर पर अगले महीने में संशोधित हो जाता है।
इसलिए ईपीएफ के नए सदस्यों के आंकड़े को शुद्ध नौकरियों की संख्या से अधिक प्राथमिकता दी जाती है। सितंबर में ईपीएफ के नए सदस्यों की संख्या 8,91,583 थी। इसमें महिलाओं की हिस्सेदारी अगस्त (2,48,980) की तुलना में सितंबर (2,26,392) में घट गई।
हालांकि नए सदस्यों में युवा 18-28 वर्ष की हिस्सेदारी अगस्त की तुलना में सितंबर में थोड़ी अधिक रही। नए शामिल सदस्यों में युवा वर्ग अगस्त में (6,47,522) 67.93 प्रतिशत था जो सितंबर में (6,13,471) थोड़ा सा बढ़कर 68.8 प्रतिशत हो गया। इस युवा वर्ग का आंकड़ा महत्त्वपूर्ण होता है।