मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के लिए सितंबर तिमाही का वित्तीय प्रदर्शन तिमाही आधार पर सुधरने की संभावना है। हालांकि कोविड के प्रभाव से पूरी तरह बाहर निकलने में कंपनी को अभी एक -दो तिमाहियों का वक्त लग सकता है। ऐंटीक स्टॉक ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष नितिन तिवारी ने कहा, ‘आरआईएल द्वारा तिमाही आधार पर सुधार दर्ज किए जाने की संभावना है। हालांकि कोविड-पूर्व स्तर के प्रदर्शन के लिए समय-सीमा वृहद आर्थिक सुधार पर केंद्रित होगी, जब भी यह होगा।’
समाचार खबरों के अनुसार, तेल एवं दूरसंचार कंपनी ने इस महीने अप्रैल में हाइड्रोकार्बन खंड के लिए घोषित वेतन कटौती को वापस लिया जो उसके व्यवसाय में सुधार का एक संकेत है। पेटोकेमिकल व्यवसाय में समीक्षाधीन तिमाही के लिए अच्छा सुधार दर्ज किए जाने की संभावना है, हालांकि रिफाइनिंग सेगमेंट कमजोर बना हुआ है। ब्लूमबर्ग के एक सर्वे में 14 विश्लेषकों ने कंपनी का शुद्घ लाभ 8,194 करोड़ रुपये और 10 विश्लेषकों ने 1.11 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। एक साल पहले, आरआईएल ने 1.63 लाख करोड़ रुपये का समेकित राजस्व और 11,262 करोड़ रुपये का शुद्घ लाभ दर्ज किया था।
मॉर्गन स्टैनली के विश्लेषकों ने इस महीने कंपनी के बारे में जारी अपनी एक रिपोर्ट में कहा था, ‘हालांकि दूसरी तिमाही की आय तिमाही आधार पर सुधर सकती है, लेकिन हमें यह कोविड-19 पूर्व स्तरों से 20 प्रतिशत नीचे रहने का अनुमान है। हमारा मानना है कि आरआईएल की आय 2021 के शुरू तक सामान्य होकर कोविड से पहले जैसी स्थिति में आ पाएगी, क्योंकि मौजूदा तिमाही में इस तरह के संकेत दिखे हैं।’
