भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन | फाइल फोटो
भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 में देश की जीडीपी ग्रोथ 7 प्रतिशत या उससे अधिक रहने की पूरी उम्मीद है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही की शुरुआत भी मजबूत रही है और इसके संकेत बेहद उत्साहजनक हैं।
जुलाई–सितंबर 2025 की दूसरी तिमाही के ताजा आंकड़े इस रफ्तार की गवाही देते हैं। इस दौरान देश का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। पिछले साल इसी तिमाही में यह दर केवल 5.6 प्रतिशत थी, जबकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी 7.8 प्रतिशत बढ़ी थी। यानी दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था और तेजी पकड़ चुकी है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, रियल जीडीपी बढ़कर 48.63 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 44.94 लाख करोड़ रुपये थी। वहीं नॉमिनल जीडीपी 8.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 85.25 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जबकि एक वर्ष पहले यह आंकड़ा 78.40 लाख करोड़ रुपये था।
नागेश्वरन के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में मांग लगातार मजबूत बनी हुई है, जबकि शहरी इलाकों में खरीदारी तेज गति से बढ़ रही है। हाल ही में जीएसटी दरों में की गई कमी ने भी आर्थिक गतिविधियों को गति देने में अहम भूमिका निभाई है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने भरोसा जताया कि मौजूदा गति को देखते हुए भारत चालू वित्त वर्ष में ही 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का स्तर पार कर लेगा।
गौरतलब है कि पहली तिमाही के आंकड़े जारी करते समय नागेश्वरन ने 2025-26 के लिए 6.3 से 6.8 प्रतिशत की ग्रोथ का अनुमान जताया था। इस हफ्ते आईएमएफ ने भी 6.6 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान पेश किया था। लेकिन दूसरी तिमाही के मजबूत आंकड़े बताते हैं कि भारत इन दोनों अनुमानों को आसानी से पीछे छोड़ सकता है।