वैश्विक स्तर पर हर कोई बिटकॉइन में लॉन्ग पोजीशन बनाना चाहता है। बोफा सिक्योरिटीज की तरफ से मई में हुए सर्वेक्षण में 43 फीसदी फंड मैनेजरों ने इस पर सहमति जताई है। इसके बाद तकनीक और ईएसजी में लॉन्ग पोजीशन और यूएस ट्रेजरी में शॉर्ट पोजिशन बनाना निवेशकों को पसंद है। हालांकि सर्वेक्षम में शामिल 75 फीसदी फंड मैनेजरों का मानना है कि बिटकॉइन अभी बुलबुले वाले क्षेत्र में है।
625 अरब डॉलर की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों वाले कुल 216 फंड मैनेजरों ने 7 से 13 मई के बीच हुए इस सर्वेक्षण में हिस्सा लिया। बोफा सिक्योरिटीज ने कहा, 592 अरब डॉलर एयूएम वाले 194 भागीदारों ने ग्लोबल एफएमएस सवालों के जवाब दिए जबकि 133 अरब डॉलर एयूएम वाले 78 भागीदारों ने रीजनल एफएमस सवालों के जवाब दिए।
मई 2020 में 9,700 डॉलर प्रति यूनिट पर रहे बिटकॉइन में काफी तेजी आई है और इसने निवेशकों व विश्लेषकों को चौंकाया है। इस साल अप्रैल के शुरू में बिटकॉइन 63,000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गई, जो इस अवधि में करीब 550 फीसदी की बढ़ोतरी बताती है। इसकी शुरुआत साल 2008 मेंं हुई थी और 2009 में इसे पेश किया गया। समय के साथ क्रिप्टो करेंसी संस्थानों व खुदरा निवेशकों के लिए निवेश का विकल्प बन गई।
बिटकॉइन में भारी भरकम बढ़ोतरी ने ट्रेडरों व निवेशकों को अन्य क्रिप्टोकरेंसी की ओर आकर्षित किया। जेफरीज के वैश्विक इक्विी रणनीतिकार क्रिस्टोफर वुड ने पिछले साल दिसंबर में अपने लॉन्ग ग्लोबल पोर्टफोलियो (अमेरिकी डॉलर वाले पेंशन फंड) में बिटकॉइन के हक में सोने में निवेश घटा दिया। हाल में एसऐंडपी डाउ जोन्स ने तीन क्रिप्टो करेंसी सूचकांक वॉल स्ट्रीट पर पेश किया है – एसऐंडपी बिटकॉइन इंडेक्स, एसऐंडपी इथेरियम इंडेक्स और एसऐंडपी क्रिप्टोकरेंसी मेगाकैप इंडेक्स।
विकसित बाजारों से पिछड़ेंगे उभरते बाजार : 29 फीसदी फंड मैनेजरों का मानना है कि एक परिसंपत्त्ति वर्ग के तौर पर एसऐंडपी का प्रदर्शन साल 2021 में उम्दा रहेगा। तेल अब दूसरे पायदान पर आ गया है औ्र 25 फीसदी फंड मैनेजरों का मानना है कि यह बेहतर प्रदर्शन करेगा, जो अप्रैल के स्तर से 11 फीसदी ज्यादा है, उसके बाद उभरते बाजार का स्थान है, जो 20 फीसदी रह सकता है।