भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बाएं हाथ के महान स्पिन गेंदबाज बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी अंजू, बेटा अंगद और बेटी नेहा हैं।
उनके एक करीबी मित्र ने कहा, ‘उन्होंने आज सुबह अपने घर पर अंतिम सांस ली। हाल ही में उनके घुटने का ऑपरेशन हुआ था। संक्रमण फैल गया और वह इससे उबर नहीं सके।’
बेदी का जन्म 1946 में अमृतसर में हुआ था। उन्होंने भारत के लिए 67 टेस्ट खेले और 266 विकेट लिए। उन्होंने पारी में 14 बार पांच विकेट और मैच में एक बार 10 विकेट चटकाने का कारनामा किया।
उनके निधन पर पूर्व भारतीय हरफनमौला क्रिकेटर चंदू बोर्डे ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘उनमें बल्लेबाज की सोच के परे जाकर गेंदबाजी करने की काबिलियत थी। वह बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों में से एक थे। उनके निधन की खबर स्तब्ध करने वाली है।’
इंगलैंड के पूर्व कप्तान माइक ब्रियर्ली ने उनकी गेंदबाजी को ‘खूबसूरत’ करार देते हुए कहा कि वह अपनी गेंद की गति को हवा में नियंत्रित करके बल्लेबाजों को परेशान करते थे। वह इन मायनों में भी अद्भुत थे कि जब भी कोई बल्लेबाज उन्हें छह रन मारता तो वह ताली बजाते थे।
स्पिनरों की स्वर्णिम चौकड़ी का हिस्सा थे बेदी
वह भारतीय क्रिकेट के स्पिनरों की उस स्वर्णिम चौकड़ी का हिस्सा थे जिसमें उनके अलावा इरापल्ली प्रसन्ना, भागवत चंद्रशेखर और श्रीनिवास वेंकटराघवन शामिल थे। वह 1966 और 1978 के बीच एक दशक से अधिक समय तक भारत की गेंदबाजी इकाई का प्रमुख हिस्सा रहे।
बेदी 1990 में न्यूजीलैंड और इंगलैंड दौरे के दौरान कुछ समय के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर भी रहे। 1990 में न्यूजीलैंड में एकदिवसीय मैचों में टीम की हार के बाद उन्होंने नाराज होकर कहा था, ‘इस टीम को प्रशांत महासागर में फेंक देना चाहिए।’
बेदी सबसे सबसे सफल भारतीय कप्तानों में से एक थे और उन्होंने मंसूर अली खान पटौदी के खेल से संन्यास बाद 1975 से 1979 के बीच भारतीय टेस्ट क्रिकेट का लगभग चार वर्षों तक नेतृत्व किया। वह अपने पूरे जीवन में सत्ता-विरोधी रहे और उनके विचार अक्सर सत्ता में बैठे लोगों पर सवाल उठाते रहे।
दिसंबर 2020 में बेदी इकलौते क्रिकेटर थे जिसने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भाजपा नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली का आदमकद बुत लगाए जाने का विरोध किया था। जेटली के कार्यकाल में डीडीसी में कई वित्तीय घोटालों के आरोप थे।
उनके निधन की खबर सार्वजनिक होते ही सोशल मीडिया पर शोक संवेदनाएं उमड़ पड़ीं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर लिया, ‘बीसीसीआई ने भारत के पूर्व टेस्ट कप्तान और महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे ।’
उनके निधन की सूचना मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी संवेदना जाहिर की। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘जाने-माने क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी के निधन से गहरा दुख हुआ। खेल के लिए उनका जुनून अटूट था और उनके उत्कृष्ट गेंदबाजी प्रदर्शन ने भारत को कई यादगार जीत दिलाई। वह क्रिकेटरों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।’ बेदी की मौत पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी ने भी दुख जताया।
उनके निधन पर दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। दिग्गज क्रिकेटर की मौत के बाद पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर, सुरेश रैना, मोहम्मद अजहरुद्दीन, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज आदि ने भी शोक व्यक्त किया। भारतीय क्रिकेट टीम के महान स्पिनर की मौत के बाद मौजूदा क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद सिराज व अन्य ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
(साथ में भाषा)