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India vs Australia, 4th Test Day 3: रेड्डी के पहले टेस्ट शतक से भारत की उम्मीदें कायम, भारत के नौ विकेट पर 358 रन

भारतीय टीम आस्ट्रेलिया के पहली पारी के 474 रन से 116 रन पीछे है। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने पर रेड्डी 105 और मोहम्मद सिराज दो रन बनाकर खेल रहे थे।

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भाषा   
Last Updated- December 28, 2024 | 2:05 PM IST

India vs Australia, 4th Test Day 3: टेस्ट क्रिकेट में शुरूआती कदम रखने वाले नीतिश कुमार रेड्डी ने भारत के लिये ‘संकटमोचक’ की भूमिका निभाते हुए चौथे टेस्ट के तीसरे दिन नाबाद शतक लगाकर आस्ट्रेलिया की जीत की उम्मीदों को झटका दिया है। रेड्डी के नाबाद 105 रन की मदद से भारत ने बारिश के कारण तीसरे दिन का खेल जल्दी समाप्त किये जाने तक नौ विकेट पर 358 रन बना लिये हैं।

आस्ट्रेलिया के पहली पारी के 474 रन से भारत अभी भी 116 रन पीछे है। एमसीजी की सपाट पिच पर गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिलती देख अब टेस्ट बचाना भारत के लिये बहुत मुश्किल नहीं होना चाहिये। इस श्रृंखला में भारत की खोज रहे रेड्डी को इसका पूरा श्रेय जाता है। उन्होंने जुझारूपन की मिसाल पेश करते हुए वॉशिंगटन सुंदर (162 गेंद में 50 रन) के साथ 127 रन की अहम साझेदारी की जो भारत के लिये निर्णायक मोड़ रही।

महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रेड्डी की पारी को सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों में से एक बताया। ऋषभ पंत के गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विकेट गंवाने के समय भारत का स्कोर छह विकेट पर 191 रन था। आंध्र के युवा बल्लेबाज का स्कोर 99 रन था जब जसप्रीत बुमराह आउट हो गए। इस समय रेड्डी और आखिरी बल्लेबाज मोहम्मद सिराज क्रीज पर थे। सिराज के आने पर दर्शकों ने फिर उनकी हूटिंग की लेकिन उन्होंने मेजबान कप्तान पैट कमिंस की तीन गेंद संभलकर खेली। हर गेंद के बाद रेड्डी और दीर्घा में बैठे उनके पिता के चेहरे के भाव बदल रहे थे लेकिन सिराज ने तीन गेंद संभलकर खेली और रेड्डी को वह पल दिया जिसका सपना वह हजारों बार देख चुके थे।

स्कॉट बोलैंड को सीधे चौका लगाकर रेड्डी ने अपना शतक पूरा किया और घुटने के बल बैठकर बल्ले पर हेलमेट रखकर भारतीय डगआउट के प्रति आभार व्यक्त किया। भारतीय खिलाड़ियों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। एक दशक पहले जब रेड्डी के पिता मुथियाला ने अपनी नौकरी छोड़कर साहूकारी का काम शुरू किया और नुकसान उठाया तो परिवार ने उन्हें अपने बेटे के सपनों को पर नहीं देने की सलाह दी लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी।

सीमारेखा के पास बैठे रेड्डी के पिता अपने आंसू नहीं रोक सके जब उनके बेटे ने शतक पूरा किया। उन्हें वह दिन याद आ गया होगा जब उनके बेटे को 2017 में बीसीसीआई से सर्वश्रेष्ठ अंडर 16 क्रिकेटर का पुरस्कार मिला था। उस समय रेड्डी ने अपने आदर्श क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का के साथ सेल्फी ली थी। अपनी पारी में रेड्डी ने दस चौके और एक छक्का लगाया।

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सुबह के सत्र में जहां ऋषभ पंत का गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाना भारत को भारी पड़ा वहीं दूसरे सत्र में रेड्डी ने जबर्दस्त संयम का प्रदर्शन किया। भारत ने पहले सत्र में 80 रन बनाये। पंत 37 गेंद में 28 रन बनाकर खराब शॉट खेलकर आउट हुए। एमसीजी पर तीसरा दिन बल्लेबाजी के लिये शानदार था चूंकि घास हट चुकी थी और कूकाबूरा से गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिल रही थी।

पंत अगर टिककर खेलते तो बड़ी पारी खेल सकते थे। रविंद्र जडेजा (51 गेंद में 17 रन) और पंत ने दिन की अच्छी शुरूआत की। पंत ने कुछ चौके भी लगाये लेकिन लांग लेग पर गैर जरूरी रिवर्स लैप पुल शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा दिया। स्कॉट बोलैंड की गेंद पर जब उन्होंने पहली बार यह शॉट खेलने का प्रयास किया तो गेंद नाभि के पास लगी और वह दर्द में दिखे। वह उठे और उन्हें समझ में नहीं आया कि पैट कमिंस ने डीप फाइन लेग और डीप थर्डमैन पर फील्डर लगा दिया है ताकि रिवर्स और रिवर्स लैप शॉट रोक सके।

पंत ने फिर वही शॉट खेला और अतिरिक्त उछाल के कारण गेंद सीधे थर्डमैन पर फील्डर के हाथ में गई। इसके बाद रेड्डी ने संभलकर खेला और कुछ अच्छे स्ट्रोक्स लगाये। इस बीच जडेजा को नाथन लियोन ने पगबाधा आउट कर दिया।

First Published : December 28, 2024 | 12:41 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)