सस्ती आवासीय परियोजना की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए टाटा हाउसिंग डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड ने बुधवार को ‘शुभ गृह’ परियोजना लॉन्च की।
सस्ते में घर उपलब्ध कराने के अनेक प्रस्तावों में इसे देश का पहला अखिल भारतीय ब्रांड माना जा रहा है। सस्ते घर की पेशकश को टाटा समूह की ओर से नैनो के बाद आम आदमी के लिए दूसरा तोहफा माना जा रहा है।
योजना के मुताबिक, टाटा हाउसिंग 4 लाख रुपये से कम में मकान उपलब्ध कराएगी। कई रेंजों वाले ऐसे मकानों की कीमत 3.91 लाख से 6.7 लाख रुपये के बीच होगी। जैसे-एक छोटा कमरा और किचन, एक बड़ा कमरा और किचन और 1 बीएचके (बेडरूम-हॉल-किचन)।
कंपनी सबसे पहले मुंबई से 100 किलोमीटर दूर बोयसर उपनगरीय इलाके में यह परियोजना लॉन्च करेगी। इन आवासीय निर्माण में खुले जगह भी दिए जाएंगे। कंपनी ने बताया कि इन निर्माण को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) के दिशानिर्देश के अनुरूप बनाया जाएगा।
टाटा हाउसिंग बाद में ऐसी परियोजनाएं दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता और बेंगलुरू में भी शुरू करेगी। इसके बाद इसे पहली और दूसरे श्रेणी के शहरों में ले जाया जाएगा। बोयसर परियोजना में 465 वर्ग फीट में फैला 1 बीएचके का फ्लैट 6.7 लाख रुपये में उपलब्ध होगा।
टाटा हाउसिंग के प्रबंध निदेशक और सीईओ ब्रोटिन बनर्जी ने ‘शुभ गृह’ की लॉन्चिंग के बारे में बताया, ”हमें लगता है कि कम आमदनी वाले काफी लोग अपने जीवनयापन के लिए गांव छोड़कर महानगरों में रहते हैं। महानगरों में ये लोग या तो किराए के मकान में या कंपनी द्वारा उपलब्ध कराए गए मकान में रहते हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों की आमदनी कम है।”
बनर्जी के मुताबिक, कंपनी की अध्ययन में पाया गया कि कम आमदनी वाले वर्ग के 48 फीसदी लोग किराए के मकान में रहते हैं। बनर्जी ने कहा कि एक रियल एस्टेट कंपनी के नाते हम इस वर्ग के लोगों की मकान की जरूरतें पूरी करने को लेकर संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि इस टाउनशिप को 24 महीने के भीतर विकसित करने की योजना बनाई गई है।
फ्लैट का आवंटन लॉटरी के जरिए किया जाएगा। कंपनी की ओर से कराए गए शोध के मुताबिक, देश में अभी 2.47 करोड़ आवासीय घरों की कमी है। इनमें से 70 फीसदी मध्यम और निम्न आय वर्ग में है।
