ग्रामीण मांग हालांकि धीरे-धीरे तेज हो रही है, लेकिन विप्रो कंज्यूमर केयर का कहना है कि यह अभी भी उम्मीदों से कम है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में विप्रो कंज्यूमर केयर के मुख्य कार्यकारी (भारत और सार्क कारोबार) नीरज खत्री ने कहा, ‘हमने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कुछ सुधार के संकेत देखे हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में चीजें स्पष्ट रूप से बेहतर दिखीं। मैं अभी थोड़ा सतर्क हूं। मैं इसे बहुत मजबूत मांग वाला परिदृश्य नहीं कहूंगा, चीजें बढ़ रही हैं मगर बहुत धीमी गति से।’
खत्री ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि पिछले साल कमजोर आधार की वजह से मांग काफी बेहतर रहेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी बात है कि मात्रा में सुधार आ गया है, लेकिन वृद्धि अभी भी एकल अंक में बनी हुई है।
विप्रो कंज्यूमर केयर का देश के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों में दबदबा है। वहां कंपनी 80,000 आउटलेट्स की अग्रणी वितरक है। खत्री ने कहा कि अप्रत्यक्ष पहुंच इसके प्रत्यक्ष पहुंच से ढाई गुना है और यह उन राज्यों में अपने वितरण को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है जहां इसकी मजबूत पहुंच नहीं है।
इसके साबुन ब्रांड संतूर का राजस्व 2,650 करोड़ रुपये से अधिक है और खत्री का कहना है कि यह साबुन श्रेणी में दूसरी बड़ी ब्रांड है।
वित्त वर्ष 2023 में विप्रो कंज्यूमर केयर ऐंड लाइटिंग 10 हजार करोड़ से अधिक की बिक्री की। वित्त वर्ष 2022 में इसका राजस्व 8,630 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी खास कर कुछ होम केयर श्रेणियों में अपने पोर्टफोलियो को प्रीमियम करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी ने लिक्विड डिशवॉशर, फैब्रिक सॉफ्टनर, लिक्विट डिटरजेंट और फ्लोर क्लिनर जैसे उत्पाद भी जारी किए हैं।
खत्री ने कहा कि कंपनी पर्सनल केयर, होम केयर और पर्सनल वॉश श्रेणी में भी अधिग्रहण के लिए तैयार है।