अमेरिका स्थित बुटीक निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) समेत अन्य निवेशकों ने अदाणी पावर (Adani Power) में 8.1 फीसदी हिस्सेदारी लेने के लिए 1.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया।
यह खरीदारी 16 अगस्त को हुई और इसका खुलासा मार्केट के बल्क डील डेटा से मिला।
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, GQG Partners ने अब तक के सबसे बड़े सेकेंडरी मार्केट इक्विटी सौदे में अदाणी पावर के 31 करोड़ शेयर खरीदे। उन्होंने कहा कि प्रमोटर अदाणी परिवार ने हिस्सेदारी ₹9,000 करोड़ से अधिक में बेची।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, पोर्ट-टू-पावर कंपनी ने शॉर्ट-सेलर हमले से उबरने के अपने प्रयासों को तेज करते हुए बुधवार को लगभग 1 बिलियन डॉलर के शेयरों के पांच ब्लॉक का कारोबार किया।
ETMarkets.com ने अपनी न्यूज रिपोर्ट में कहा, ब्लूमबर्ग द्वारा एकत्र की गई जानकारी के अनुसार, लगभग 310.9 मिलियन शेयरों का कारोबार हुआ।
बुधवार के ट्रेडिंग सेशन में, बीएसई पर अदाणी पावर का शेयर प्राइस 2.29 फीसदी कम होकर 279.30 रुपये पर बंद हुआ।
हालांकि, कारोबार के समय बायर्स और सेलर्स का पता नहीं चल पाया था।
यह भी पढ़ें : Future Retail के समाधान पेशेवर दिवाला कार्यवाही की अंतिम तिथि बढ़वाने के लिए NCLT पहुंचे
किस भाव पर बेचे गए Adani Power के शेयर
अदाणी परिवार ने अदाणी पावर के शेयर बेचे हैं। अदाणी परिवार के पास इसमें 74.97 फीसदी हिस्सेदारी थी, जिसमें से उन्होंने 31.2 करोड़ शेयर यानी 8.1 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी है।
यह डील लगभग 279.17 रुपये के भाव पर हुआ है। स्टॉक मार्केट के आंकड़ों के मुताबिक जीक्यूजी पार्टनर्स एमर्जिंग मार्केट्स इक्विटी फंड और गोल्डमैन सैक्स ट्रस्ट 2-गोल्डमैन सैक्स जीक्यूजी पार्टनर्स इंटरनेशल अपॉर्च्यूनिटीज फंड ने इसके 15.2 करोड़ शेयर 279.15 रुपये के भाव पर खरीदे हैं।
GQG ने लगाया Adani Group की चौथी कंपनी पैसा
अदाणी पावर की चौथा कंपनी है जिसमें GQG ने पैसा लगाया है। बता दें कि जीक्यूजी ने ग्रुप में निवेश ऐसे समय में शुरू किया था, जब हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट के चलते अदाणी ग्रुप को काफी नुकसान हुआ था।
अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) में इसने 5.4 फीसदी, अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में 6.54 फीसदी और अदाणी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) में 2.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदा है।
यह भी पढ़ें : होल्डिंग फर्मों के लिए अलग डीलिस्टिंग ढांचे की तैयारी