कोई धारावाहिक कितना लोकप्रिय है, इसका पैमान उसकी टेलीविजन रेटिंग प्वॉइंट (टीआरपी) होती है, लेकिन अब जल्द ही इस पैमाने में भी तब्दीलियां करने के बारे में विचार किया जा रहा है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) केबल और उपग्रह टेलीविजन चैनलों के लिए टेलीविजन रेटिंग का निर्धारण की चालू प्रणाली का विकल्प ढूंढ़ रही है। प्राधिकरण इस बात मुद्दे को ध्यान में रखते हुए अपने सभी हिस्सेदारों, प्रसारणकर्ता, विज्ञापन एजेंसियों और अन्य के साथ शुक्रवार को एक बैठक करने जा रहा है।
यह टेलीविजन रेटिंग किसी भी चैनल या उस चैनल पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक की सफलता का सूचक होता है। टेलीविजन रेटिंग के लिए वर्तमान प्रणाली पर सरकार, प्रमुख प्रसारणकर्ताओं और विज्ञापन दाताओं की ओर से उंगली उठाई जा रही है। इसी के चलते प्राधिकरण (ट्राई) इस प्रणाली का विकल्प खोजने में लगी हुई है।
हो सकता है कि आने वाले दिनों में एक स्वतंत्र टेलीविजन रेटिंग एजेंसी की शुरुआत की जाए।
