facebookmetapixel
शेख हसीना को फांसी की सजा के बाद बोला भारत: हम बांग्लादेश के लोगों के हित में खड़े हैंFD से भी ज्यादा ब्याज! पोस्ट ऑफिस की इन 5 बड़ी सेविंग स्कीम्स में निवेश कर आप बना सकते हैं तगड़ा फंडअक्टूबर में निर्यात 11.8% घटकर 34.38 अरब डॉलर रहा; व्यापार घाटा बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर पहुंचाटैक्स सिस्टम में होगा ऐतिहासिक बदलाव! नए इनकम टैक्स कानून के तहत ITR फॉर्म जनवरी से होंगे लागूक्या पेंशनर्स को अब DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने वायरल मैसेज की बताई सच्चाईदुबई से जुड़े Forex Scam का पर्दाफाश; निजी बैंक कर्मचारी समेत 3 गिरफ्तारIncome Tax: फ्रीलांसर्स और पार्ट-टाइम जॉब से कमाई करने वालों पर टैक्स को लेकर क्या नियम है?Groww की पैरेंट कंपनी का वैल्यूएशन ₹1 लाख करोड़ पार, शेयर इश्यू प्राइस से 78% उछलाबिहार में NDA की जीत से बदला मार्केट मूड! मोतीलाल ओसवाल ने कहा- ब्रांड मोदी बरकरार, शॉर्ट टर्म में दिखेगी तेजीUS Visa Bulletin December 2025: भारतीयों के लिए जरूरी खबर, EB-5 में भारतीयों की ग्रीन कार्ड वेटिंग हुई कम!

ईएसपीएन पर ट्राई की टेढ़ी नजर

Last Updated- December 07, 2022 | 3:40 PM IST

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने खेल प्रसारणकर्ता ईएसपीएन स्टार स्पोट्र्स के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है।


डायरेक्ट टु होम (डीटीएच) प्लेटफॉर्म के लिए मूल्य निर्धारण फॉर्मूला के मसले पर अड़ियलपन दिखाने की वजह से ट्राई प्रसारणकर्ता का डाउनलिंकिग लाइसेंस रद्द किए जाने की सिफारिश कर रहा है।

ट्राई इससे पहले पिछले दो महीनों में ईएसपीएन सॉफ्टवेयर इंडिया को निर्देश दे चुका है और एक कारण बताओ नोटिस भी जारी कर चुका है। ट्राई ने इसमें प्रसारणकर्ता से डीटीएच मूल्य निर्धारण फॉर्मूला पर ही चलने के लिए कहा था। इस फॉर्मूले के तहत ट्राई का एक ही बुनियादी सिद्धांत है कि सभी पे चैनल प्रसारित करने वाले केबल ऑपरेटरों से जो भी किराया लेते हैं, डीटीएच ऑपरेटरों से उसका आधा किराया लेंगे।

यदि इस नियम पर चला जाए, तो ईएसपीएन के बुके में शामिल तीन चैनलों (ईएसपीएन, स्टार स्पोट्र्स और स्टार क्रिकेट) का किराया डीटीएच प्लेटफॉर्म पर 22 रुपये से भी कम होगा क्योंकि केबल ऑपरेटरों को इन चैनलों के एवज में 44 रुपये महीना देने पड़ते हैं। ट्राई का यह फॉर्मूला टीडीसैट के जुलाई 2006 के आदेश पर आधारित है। उसका कहना है कि ईएसपीएन के अलावा सभी प्रसारणकर्ता अपने किराये को उसके आदेश के मुताबिक कम कर चुके हैं।

ट्राई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हम ईएसपीएन सॉफ्टवेयर इंडिया पर अभियोजन के लिए आरोपपत्र तैयार कर रहे हैं। इसके साथ ही हम उसका डाउनलिंकिंग लाइसेंस रद्द करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से भी सिफारिश कर रहे हैं।’ लेकिन इस बारे में आखिरी फैसला मंत्रालय ही लेगा। इस बारे में ईएसपीएन के प्रबंध निदेशक आर सी वेंकटेश ने कुछ कहने से इनकार कर दिया।

First Published - August 6, 2008 | 12:30 AM IST

संबंधित पोस्ट