छह शहरों में गैस वितरण नेटवर्क स्थापित करने के लिए तीन प्रमुख कंपनियों- डीएसएम इन्फ्राटेक, गेल गैस और भाग्यनगर गैस को ठेका मिला है।
ये कंपनियां पेट्रोनेट एलएनजी और पन्ना मुक्ता-ताप्ती (पीएमटी) फील्ड से प्राकृतिक गैस हासिल करने में जुटी हैं। साथ ही इन कंपनियों को रिलायंस इंडस्ट्रीज के केजी बेसिन से भी गैस मिलने की उम्मीद है।
पेट्रोलियम ऐंड नैचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड का कहना है कि इन कंपनियों को अगले तीन माह के अंदर गैस की आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी। गेल गैस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केजी बेसिन के गैस का उपयोग केवल ऑटोमोबाइल और घरेलू सेगमेंट में की जा सकती है। ऐसे में कंपनी अन्य विकल्पों पर ध्यान दे रही है।
जिसके तहत पेट्रोनेट एलएनजी और पीएमटी फील्ड से गैस प्राप्त करने की संभावना है। गेल गैस को मध्यप्रदेश, कोटा, मेरठ और सोनीपत में गैस आपूर्ति का ठेका मिला है। कंपनी इस परियोजना पर शुरुआती दौर में करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जो कंपनी के आंतरिक स्रोतों से जुटाया जाएगा।
