Housing and Office demand 2024 Q1: इस साल भी रियल एस्टेट कारोबार को दम मिल रहा है। इस साल की पहली तिमाही में मकानों की बिक्री में इजाफा हुआ है। बिक्री बढ़ने के साथ ही नये मकानों की लॉन्चिंग में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आवासीय क्षेत्र के रफ्तार पकड़ने के साथ ही ऑफिस की मांग में भी तेजी देखी गई है।
2024 की पहली तिमाही में कितने बिके मकान?
मकानों की बिक्री के मामले में 2024 की शुरुआत शानदार रही। इस तिमाही में पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में ज्यादा मकान बिके। संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की 2024 की पहली तिमाही की आज जारी रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही जनवरी—मार्च अवधि में 86,345 मकान बिके, जो पिछली समान अवधि से 9 फीसदी अधिक हैं। बेंगलूरू को छोड़कर सभी प्रमुख शहरों में मकानों की बिक्री में इजाफा हुआ।
2024 की पहली तिमाही में सबसे ज्यादा मकान कहां बिके?
इस साल की पहली तिमाही में 8 प्रमुख शहरों में बेंगलूरू को छोड़कर सभी शहरों में मकानों की बिक्री ज्यादा हुई। सबसे ज्यादा मकान मुंबई में बिके और सबसे ज्यादा वृद्धि भी इसी शहर में देखी गई। नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में सबसे अधिक मुंबई में 23,743 मकान बिके, जो पिछली समान अवधि से 17 फीसदी अधिक हैं।
मुंबई के बाद एनसीआर में 15,527 मकान, बेंगलूरू में 13,133 मकान, पुणे में 11,832 मकान, हैदराबाद में 9,550 मकान, अहमदाबाद में 4,673 मकान, चेन्नई में 3,950 मकान और कोलकाता में 3,937 मकान बिके। मुंबई में सबसे अधिक 17 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद हैदराबाद में 15 फीसदी, पुणे में 14 फीसदी, कोलकाता में 12 फीसदी, अहमदाबाद में 11 फीसदी, चेन्नई में 8 फीसदी और एनसीआर में महज एक फीसदी वृद्धि हुई। जबकि बेंगलूरू में 2 फीसदी कम मकान बिके।
2024 की पहली तिमाही में कितने मकान हुए लॉन्च?
इस रिपोर्ट के अनुसार पहली तिमाही में 93,254 नये मकान लॉन्च हुए, जो पिछले साल की पहली तिमाही से 7 फीसदी ज्यादा हैं। इस तिमाही में सबसे अधिक 25,263 मकान मुंबई में लॉन्च हुए। हालांकि इस शहर में पिछले साल की पहली तिमाही से 2 फीसदी कम मकान लॉन्च हुए। लॉन्चिंग में सबसे अधिक 89 फीसदी वृद्धि चेन्नई में दर्ज की गई। इस शहर में 6,021 नये मकान लॉन्च हुए।
एनसीआर में मकानों की लॉन्चिंग 3 फीसदी बढ़कर 14,893, पुणे में 15 फीसदी बढ़कर 13,293, बेंगलूरू में 9 फीसदी बढ़कर 13,135, अहमदाबाद में एक फीसदी बढ़कर 11,140, हैदराबाद में 10 फीसदी बढ़कर 4,350 हो गई। जबकि कोलकाता में मकानों की लॉन्चिंग 4 फीसदी गिरकर 5,159 रह गई।
2024 की पहली तिमाही में मकानों की कीमतों का क्या रहा हाल?
नाइट फ्रैंक इंडिया की इस रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर मकानों की कीमतों में 2 से 13 फीसदी बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक 13 फीसदी मकान हैदराबाद में महंगे हुए। मुंबई में मकान 6 फीसदी, एनसीआर व चेन्नई में 5—5 फीसदी, बेंगलूरू में 9 फीसदी, पुणे और अहमदाबाद में 2—2 फीसदी और कोलकाता में मकान 7 फीसदी महंगे हुए। तिमाही आधार पर 2024 की पहली तिमाही में मकानों के दाम एक से लेकर 4 फीसदी तक बढ़ गए।।
महंगे मकानों की हिस्सेदारी बढ़ी
पहली तिमाही में जहां एक करोड रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी बढ़ी हैं, वहीं 50 लाख से एक करोड रुपये व 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी में कमी आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में एक करोड रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी पिछली समान अवधि की हिस्सेदारी 29 फीसदी से बढ़कर 40 फीसदी हो गई। जो अब तक की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। इस दौरान 50 लाख से एक करोड रुपये कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी 38 फीसदी से घटकर 33 फीसदी, जबकि 50 लाख रुपये से कम कीमत वालों की 32 फीसदी से घटकर 27 फीसदी रह गई।
2024 की पहली तिमाही में कितनी रही ऑफिस की मांग?
इस तिमाही मकानों की बिक्री बढ़ने के साथ ही ऑफिस की मांग में भी तेज इजाफा हुआ है। नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में ऑफिस स्पेस की मांग 162 लाख वर्ग फुट रही, जो पिछली समान अवधि से 43 फीसदी अधिक है। ऑफिस स्पेस के सबसे बडे मार्केट बेंगलूरू में इसकी मांग 35 लाख वर्ग फुट के स्तर पर स्थिर रही।
लेकिन तीसरे बडे मार्केट हैदराबाद में मांग 4 गुना तक और पुणे में ढाई गुना तक बढ़ने के साथ ही चेन्नई में 45 फीसदी, मुंबई में 29 फीसदी, एनसीआर में 19 फीसदी और अहमदाबाद में 18 फीसदी बढ़ने से ऑफिस की कुल मांग में 43 फीसदी की बड़ी बढोतरी दर्ज की गई।
2024 की पहली तिमाही में अधिक ऑफिस बने, किराया भी बढा
2024 की पहली तिमाही में 185 फीसदी अधिक आफिस बनकर तैयार हुए। इस तिमाही में 130 लाख वर्ग फुट आफिस बनकर तैयार हुए, जबकि पिछले साल की पहली तिमाही में यह आंकड़ा 46 लाख वर्ग फुट था। सबसे अधिक 50 लाख वर्ग फुट ऑफिस बेंगलूरू में बने, पिछले समान अवधि में यहां महज 13 वर्ग फुट आफिस बने थे।
हैदराबाद में पिछले साल की पहली तिमाही में एक भी नया आफिस बनकर तैयार नहीं हुआ था, जबकि इस साल इस तिमाही में 37 लाख वर्ग फुट में आफिस बनकर तैयार हुए।
इस बीच, इस साल आफिस किराये में बढोतरी देखने को मिली है। नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार पहली तिमाही में सालाना आधार पर मुंबई, एनसीआर और पुणे में ऑफिस किराये में 4—4 फीसदी, चेन्नई में 9 फीसदी, बेंगलूरू में 5 फीसदी और हैदराबाद में ऑफिस किराया एक फीसदी बढ़ा है।