मुंबई मुख्यालय वाली मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर ने आज कहा कि वह देहरादून की अग्रणी डायग्नोस्टिक श्रृंखला – डॉ. आहूजास पैथोलॉजी ऐंड इमेजिंग सेंटर (डीएपीआईसी) का 35 करोड़ रुपये के नकद सौदे में अधिग्रहण करेगी। कोर डायग्नोस्टिक्स (दिल्ली-एनसीआर) और साइंटिफिक पैथोलॉजी (आगरा) के बाद हाल के महीनों में उत्तर भारत में मेट्रोपोलिस का यह तीसरा अधिग्रहण है। मेट्रोपोलिस की नजर उत्तर भारत में दूसरा स्थान हासिल करने पर है।
वित्त वर्ष 2025 में दो अधिग्रहण और अब वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत में एक अधिग्रहण का ऐलान करने के बाद मेट्रोपोलिस और ज्यादा अधिग्रहणों की तलाश में है। मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर की प्रवर्तक और कार्यकारी चेयरपर्सन अमीरा शाह ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि उन्हें उम्मीद है कि वे इस वित्त वर्ष में एक और अधिग्रहण करेंगे। अलबत्ता उन्होंने समयसीमा पर टिप्पणी नहीं की। उन्होंने विस्तार से बताया कि वे हर साल जो नकदी कमाते हैं, उसमें से करीब 20 प्रतिशत कार्यशील पूंजी के लिए और करीब 20 प्रतिशत लाभांश घोषित करने के लिए रखते हैं।
उन्होंने कहा, ‘उससे हमारे पास 50 से 60 प्रतिशत हिस्सा अधिग्रहण के लिए उपलब्ध रहता है। योजना यह है कि बेहतर कार्यशील पूंजी के जरिये लाभ से नकदी सृजित करना जारी रखा जाए और फिर उसका ऐसे रणनीतिक बाजारों में दोबारा निवेश किया जाए जहां हमें लगता है कि हम अच्छी कीमत पर अधिग्रहण कर सकते हैं।’
इस सवाल पर कि क्या वह कारोबार के विस्तारक के लिए प्रवर्ततकों की होल्डिंग का हिस्सा बेचने या कोई रणनीतिक निवेशक लाने की सोच रही हैं तो शाह ने कहा कि ‘अगर हमारी दिलचस्पी कारोबार बेचने में होती, तो हम लाभ को अधिकतम कर रहे होते और प्रयोगशालाओं और अधिग्रहणों में दोबारा निवेश नहीं कर रहे होते।’