हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों के बीच सामाजिक दूरी को बनाए रखने के मद्देनजर आधी क्षमता के साथ उड़ानों का परिचालन किए जाने से विमानन कंपनियां बीच वाली सीटों को भुनाने के लिए प्रेरित हुई हैं। विमानन कंपनियां अब सहायक उत्पाद के तौर पर इन सीटों की पेशकश करेंगी। सहायक राजस्व उन वस्तुओं और सेवाओं से अर्जित किया जाता है जो प्रमुख कारोबार के लिए सहायक प्रकृति की होती हैं।
टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के संयुक्त उद्यम विस्तारा मंगलवार से यात्रियों के लिए अतिरिक्त सीट की बुकिंग पेशकश शुरू करेगी। इंडिगो और स्पाइसजेट भी इसी तरह की एड-ऑन पेशकश को अंतिम रूप देने में जुटी हैं।
विस्तारा के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी विनोद कन्नन ने कहा, ‘यात्रियों के साथ एक आंतरिक सर्वेक्षण के बाद यह निर्णय लिया गया है। सर्वेक्षण में अधिकतर प्रतिभागियों ने साथी यात्रियों द्वारा सुरक्षा मानदंडों पर गंभीरता से अमल न किए जाने को लेकर चिंता जताई। इसलिए उनके मन की शांति के लिए हमने एक उत्पाद डिजाइन किया है।’
कन्नन ने कहा कि यात्रियों को अतिरिक्त सीट के लिए मूल सीट के बराबर किराये का भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए, यदि मूल किराया 2,000 रुपये है तो अतिरिक्त खाली सीट की बुकिंग के लिए यात्री को कुल 4,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
हालांकि इंडिगो और स्पाइसजेट अलग-अलग रणनीति की योजना बना रही है। स्पाइसजेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ग्राहकों के लिए एक अतिरिक्त सीट की बिक्री तभी तक आकर्षक लगेगी जब तक उसका किराया कम हो। इसलिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने उत्पाद की मार्केटिंग किस प्रकार करते हैं।’
बीच वाली सीटों को खाली रखना विमानन उद्योग के लिए विवाद का विषय रहा है। अक्सर हवाई यात्रा करने वाले यात्री उड़ान के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने को तरजीह देते हैं जबकि विमानन कंपनियों ने प्रस्तावित नियमों को निरर्थक करार देते हुए इस प्रकार के उपायों की प्रभावकारिता पर सवाल उठाया है।
विमानन कंपनियों ने कहा है कि इससे केवल वित्तीय स्थिति खराब होगी क्योंकि मौजूदा वैश्विक महामारी के कारण विमानन कंपनियों की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब हो चुकी है। सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले महीने विमानन कंपनियों को बीच वाली सीटों को खाली छोड़ते हुए परिचालन सुचारु करने की अनुमति दी थी।
एक सस्ती विमानन कंपनी के वाणिज्यिक प्रमुख ने कहा कि इस मॉडल की सफलता के लिए मांग और आपूर्ति का अनुमान सटीक होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बीच वाली अतिरिक्त सीट के लिए किराया उड़ान के मार्ग पर निर्भर होना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि अतिरिक्त सीट की बिक्री से विमानन कंपनियों की आय बढ़ेगी।
