टेलीकॉम

Vi लेकर आया AI पावर्ड Vi Protect; स्पैम, स्कैम और साइबर हमलों से सुरक्षा कवर

Vi का वॉइस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम रीयल टाइम में धोखाधड़ी और स्पैम कॉल्स का पता लगाता और उन्हें फ्लैग करता है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- October 08, 2025 | 1:21 PM IST

IMC 2025: देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी वोडफोन आइडिया (Vi) ने AI पावर्ड सुरक्षा पहल Vi Protect पेश किया है। कंपनी की यह पहल स्पैम, स्कैम और साइबर हमलों के तेजी से बदलते माहौल से निपटने के लिए Vi के सभी कंज्यूमर, नेटवर्क और एंटरप्राइज सुरक्षा उपायों को एक छत के नीचे लाती है। कंपनी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2025) में दो AI-आधारित सॉल्यूशंस AI आधारित वॉइस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम और AI-संचालित नेटवर्क डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम शोकेस किया। Vi जल्द ही URL सुरक्षा फीचर भी लॉन्च करेगा, जो संदिग्ध लिंक को स्कैन और ब्लॉक करेगा।

वॉइस स्पैम डिटेक्शन

Vi का वॉइस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम रीयल टाइम में धोखाधड़ी और स्पैम कॉल्स का पता लगाता और उन्हें फ्लैग करता है। जेनरेटिव AI मॉडल, वेब क्रॉलर और यूजर फीडबैक का उपयोग करके यह संदिग्ध कॉलर्स की पहचान करता है। जब कोई संभावित फ्रॉड नंबर Vi ग्राहक को कॉल करता है, तो फोन स्क्रीन पर ‘Suspected Spam’ दिखाई देता है, जिससे ग्राहक फैसला ले सकते हैं कि कॉल उठानी है या नहीं। यह सुविधा थर्ड पार्टी कॉलर ID ऐप्स की तुलना में नेटवर्क के अंदर ही काम करती है, जिससे सटीकता और प्राइवेसी बेहतर होती है।

Vi के सीटीओ जगबीर सिंह ने कहा ने कहा, “भारत में डिजिटल अपनाने और वैश्विक महत्व को देखते हुए, ग्राहकों और नेटवर्क की सुरक्षा पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। Vi Protect एडवांस AI और सक्रिय उपायों के जरिए ग्राहकों और नेटवर्क की सुरक्षा करता है। यह हमारी प्रतिबद्धता है कि डिजिटल वातावरण सुरक्षित और भरोसेमंद रहे।”

Vi Protect के मौजूदा सेफ्टी उपाय

  • SMS स्पैम फिल्टरिंग: धोखाधड़ी वाले संदेशों की पहचान और फ्लैगिंग
  • अंतरराष्ट्रीय कॉलिंग डिस्प्ले: ग्राहकों को वास्तविक अंतरराष्ट्रीय कॉल पहचानने और फैसले लेने में सुविधा
  • AI-आधारित थ्रेट एनालिसिस: DNS, SMS और वॉइस गेटवे के साथ एकीकृत, खतरे के पैटर्न सीखने और सुरक्षा बढ़ाने वाला एनालिटिकल इंजन

अब तक, Vi के सुरक्षा सिस्टम ने 60 करोड़ से अधिक स्पैम और स्कैम कॉल्स और मैसेजेस का पता लगाया है, जिससे लाखों ग्राहकों को धोखाधड़ी और डेटा चोरी से बचाया गया। जल्द ही, Vi URL सुरक्षा फीचर भी लॉन्च करेगा, जो संदिग्ध लिंक को स्कैन और ब्लॉक करेगा।

साइबर डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पांस

Vi Protect के तहत, AI-आधारित अपग्रेडेड साइबर डिफेंस और इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम भी पेश किया गया है। यह सिस्टम संभावित साइबर खतरों का पता, विश्लेषण और निष्क्रिय करने में मदद करता है। यह प्रणाली लगभग 70% अधिक सटीक है और फॉल्स पॉजिटिव को कम करती है।

इसके पांच मुख्य फेज हैं।

  • एनोमली डिटेक्शन: असामान्य गतिविधि का पता AI के माध्यम से
  • संदर्भ और वर्गीकरण: घटनाओं को संदर्भ के अनुसार क्लासीफाइड करना
  • इंटरफेस इंजन एजेंट: हाई-वॉल्यूम डेटा का तेजी से फैसला लेना
  • सजेस्टिव इंटेलिजेंस: जोखिम स्तर के अनुसार रिस्पांस एक्शन की प्राथमिकता करना
  • ह्यूमन वेलिडेशन: एक्सपर्ट एनॉलिस्ट AI निष्कर्षों को वैलिडेट करते हैं

कंपनी का कहना है कि जल्द ही यह सुविधा एंटरप्राइज ग्राहकों तक भी पहुंचाई जाएगी, जिससे वैश्विक साइबर घटनाओं और हमले की समयसीमा के आधार पर भविष्य के आकलन संबंधी इनसाइट मिलेगी। Vi Protect के जरिए कंपनी साइबर सुरक्षा और ग्राहक विश्वास को मजबूत कर रही है और भारत के डिजिटल भविष्य में सुरक्षित और भरोसेमंद भूमिका निभा रही है।

First Published : October 8, 2025 | 1:21 PM IST