स्वीडन की दूरसंचार उपकरण बनाने वाली कंपनी एरिक्सन (Ericsson) को भारत की दूरसंचार क्षेत्र की कंपनी भारती एयरटेल (Bharti Airtel) से 5जी उपकरण बेचने के लिए कई अरब डॉलर का ठेका मिला है। मामले से अवगत दो सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
पिछले महीने एरिक्सन ने भारत की वोडाफोन आइडिया को 5जी उपकरण बेचने के लिए 3.6 अरब डॉलर के ठेके में हिस्सेदारी हासिल की थी। उसने नोकिया और सैमसंग के साथ यह ठेका साझा किया था।
इन नए ठेके से अगले साल एरिक्सन के राजस्व में वृद्धि होने की उम्मीद है क्योंकि साल की पहली छमाही में उसने भारत से अनुबंधों में बड़ी गिरावट देखी थी। दूसरी तिमाही में दक्षिण पूर्व एशिया, ओशिनिया और भारत में बिक्री में 44 प्रतिशत तक की गिरावट आई थी। एरिक्सन तीसरी तिमाही के अपने परिणामों का ऐलान मंगलवार को करेगी।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र के अनुसार इन उपकरणों की अधिकांश तैनाती अगले साल होने की संभावना है। एरिक्सन ने टिप्पणी से इनकार कर दिया। एयरटेल ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत कोई जवाब नहीं दिया। रॉयटर्स की इस खबर के बाद एरिक्सन के शेयरों में 1.8 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ।
भारतीय 5जी बाजार से मांग साल 2023 में तब आसमान छूने लगी थी जब इस क्षेत्र की बिक्री में पांच गुना तक का इजाफा हुआ था। उस समय एयरटेल और भारतीय समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई जियो ने 5जी सेवाओं में विस्तार शुरू किया था। इस मांग से एरिक्सन के मुख्य बाजार अमेरिका से नरम होते राजस्व को दम मिला। अमेरिका में दूरसंचार परिचालक खर्च में कमी कर रहे थे।
शोध कंपनी डेलओरो के अनुसार वैश्विक दूरसंचार उपकरण के राजस्व में दूसरी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 16 प्रतिशत की गिरावट आई थी और लगातार चौथी तिमाही में दो अंकों में संकुचन दर्ज किया गया था।