TCS Q1FY25 results: देश की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे विश्लेषकों के अनुमान से बेहतर रहे मगर वृहद आर्थिक अनिश्चितता का असर भी दिखा। वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जून तिमाही में टीसीएस का शुद्ध मुनाफा 8.7 फीसदी बढ़कर 12,040 करोड़ रुपये रहा मगर इससे पिछली तिमाही की तुलना में मुनाफा 3.1 फीसदी घटा है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की आय पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 5.4 फीसदी बढ़कर 62,613 करोड़ रुपये रही। इस दौरान कंपनी का मार्जिन 1.5 फीसदी बढ़कर 24.7 फीसदी रहा। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की थी, ऐसे में मार्जिन में सुधार ने थोड़ा चकित किया है।
टीसीएस के सीईओ और एमडी के कृत्तिवासन ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 पिछले वित्त वर्ष की तुलना में बेहतर रहेगा। मगर कहा कि सुधार के संकेत के बारे में अभी कहना जल्दबाजी होगा।
टीसीएस के नतीजे ब्लूमबर्ग के अनुमान से बेहतर रहे। ब्लूमबर्ग ने 62,128 करोड़ रुपये आय और 11,959 करोड़ रुपये मुनाफे का अनुमान लगाया था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में टीसीएस ने 8.3 अरब डॉलर मूल्य के कुल सौदे किए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 18.6 फीसदी और पिछली तिमाही से 37.1 फीसदी कम है। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में टीसीएस ने कुल 13.2 अरब डॉलर मूल्य के ठेके हासिल किए थे, जो पिछली 4 से 5 तिमाही में सबसे अधिक थी।
कृत्तिवासन ने कहा, ‘नए वित्त वर्ष की मजबूत शुरुआत करने पर हमें खुशी है। सभी सेगमेंट और बाजारों में अच्छी वृद्धि देखी गई। हम एआई सहित नवोन्मेष पर निवेश करन जारी रखेंगे।’ टीसीएस ने अमेरिका की तुलना में भारत, लैटिन अमेरिका और पश्चिम एशिया की अगुआई में उभरते बाजारों में अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत में बीएसएनएल सौदे के कारण कंपनी का कारोबार 61.8 फीसदी बढ़ा है। ब्रिटेन में टीसीएस के कारोबार में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में उत्तर अमेरिका में कारोबार 1.1 फीसदी घटा है।
टीसीएस ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसके कर्मचारियों की संख्या में कुल 5,452 का इजाफा हुआ है और कंपनी ने 11,000 फ्रेशरों को भी काम पर लगाया है। 30 जून तक कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 6,06,998 थी। कर्मचारियों की कंपनी छोड़ने की दर भी घटकर 12.1 फीसदी रह गई है। अधिकतर विश्लेषकों का मानना है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में टीसीएस का मजबूत नतीजे पूरे साल बेहतर प्रदर्शन का संकेत देते हैं।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा में शोध प्रमुख संजीव होता ने कहा, ‘टीसीएस की पहली तिमाही के नतीजों से आईटी शेयरों को बल मिलेगा और पूरे क्षेत्र पर सकारात्मक असर होगा। हम इसके लिए ‘खरीदें’ की रेटिंग दी है।’
गार्टनर में वरिष्ठ प्रधान विश्लेषक विश्वजीत मैती ने कहा, ‘आईटी खर्च पर गार्टनर अनुमान के विश्लेषण पर वैश्विक रिपोर्ट और टीसीएस के मजबूत कारोबार को देखते हुए आने वाली तिमाहियों में हम वृद्धि को लेकर आशान्चिवत हैं।’