कंपनियां

Haldiram अ​धिग्रहण की खबर से टाटा कंज्यूमर में आई तेजी

Haldiram की कंपनियां मौजूदा समय में पुनर्गठन के दौर से गुजर रही हैं।

Published by
देव चटर्जी   
शार्लीन डिसूजा   
Last Updated- September 06, 2023 | 9:57 PM IST

टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का शेयर बुधवार को 4 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ। शेयर में इन खबरों की वजह से तेजी आई, जिनमें कहा गया कि कंपनी हल्दीराम स्नैक्स फूड्स प्राइवेट लिमिटेड (एचएसएफपीएल) में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए उसके प्रवर्तकों के साथ बातचीत शुरू की है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया कि 10अरब डॉलर के मूल्यांकन के हिसाब से जहां टाटा समूह इस कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी खरीद रहा है, वहीं बेन 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए बातचीत कर रही है। टाटा कंज्यूमर का शेयर बीएसई पर 870.90 रुपये पर बंद हुआ।

स्टॉक एक्सचेंजों को भेजे बयान में, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने कहा है कि वह इस अ​धिग्रहण के लिए बातचीत नहीं कर रही है और उसने व्यवसाय के विकास एवं विस्तार वि​भिन्न अवसरों पर विचार किया है। बेन कैपिटल ने भी इस बारे में कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। हल्दीराम समूह ने इसका खंडन किया है कि उसकी कंपनी बेची जा रही है।

हल्दीराम की कंपनियां मौजूदा समय में पुनर्गठन के दौर से गुजर रही हैं। यह पुनर्गठन नोएडा ​स्थित हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड (एचएसपीएल) और हल्दीराम फूड्स इंटरनैशनल प्राइवेट लिमिटेड (एचएफआईपीएल), दोनों के पैकेज्ड फूड व्यवसायों को अलग किए जाने और इन्हें नई कंपनी एचएसएफपीएल में शामिल करने से जुड़ा है। एचएसएफपीएल में एचएसपीएल और एचएफआईपीएल के मौजूदा शेयरधारकों की 56 प्रतिशत और 44 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

Also read: बिकने की तैयारी में Haldiram! 51% हिस्सेदारी खरीद सकती है Tata Consumer Products

पुनर्गठन के बाद, एचएसएफपीएल के पास हल्दीराम समूह के दिल्ली-एनसीआर और नागपुर ​स्थित सभी पैकेज्ड फूड्स और रेडी-टु-ईट व्यवसाय मौजूद होंगे। इस संबंध में अप्रैल में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी मिली थी और यह पुनर्गठन सौदा अगले 12-18 महीने में पूरा होने की संभावना है।
इस साल मार्च में, हल्दीराम के एक अ​धिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया था कि विलय के बाद, नई कंपनी आईपीओ लाने की योजना बनाएगी। हल्दीराम फूड्स के निदेशक अविन अग्रवाल ने कहा था कि इस सेगमेंट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा की वजह से दो व्यवसायों का विलय किया गया था।

अग्रवाल ने कहा था, सूचीबद्धता को लेकर इस समय हमारे बीच कोई ठोस बातचीत नहीं हो रही है। हम संगठन के भीतर ही आईपीओ पर सोच-विचार कर रहे हैं ताकि वैल्यू का पता लग सके। इसके अलावा हम बाहरी निवेशकों की बात सुनने के लिए तैयार हैं और हम उनके सुझावों का भी स्वागत करेंगे।

उन्होंने कहा, हम सिर्फ नकदी के लिए पूंजी जुटाने पर विचार नहीं कर रहे। अगर हम पूंजी जुटाते हैं तो यह विस्तार के लिए होगा। लेकिन अभी हम जो कुछ भी कर रहे हैं वह आंतरिक संग्रह से हो रहा है। मार्च 2022 में एचएसपीएल का टर्नओवर 5,195 करोड़ रुपये थी जबकि एचएफआईपीएल की बिक्री 3,757 करोड़ रुपये थी।

एचएसपीएल का शुद्ध लाभ 341 करोड़ रुपये था, वहीं एचएफआईपीएल का 366 करोड़ रुपये। 25 अगस्त की क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है, हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड के पास आंतरिक संग्रह के जरिये सालाना 550-650 करोड़ रुपये की नकदी होती है। कंपनी के ऊपर कोई बाहरी उधारी नहीं है और 31 मार्च, 2023 तक उसकी नकदी को 400 करोड़ रुपये की नकदी अधिशेष से सहारा मिला हुआ था।

क्रिसिल ने कहा, नागपुर स्थित इकाई का नकदी संग्रह सालाना 600-800 करोड़ रुपये सालाना था। साथ ही दिसंबर 2022 में बैंक जमाओं व निवेश के तौर पर उसके पास 1,200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी थी।

First Published : September 6, 2023 | 9:57 PM IST