देश की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज ने 1,984.5 करोड़ रुपये की तुलना में 33.7 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2,654.6 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है। इसकी सकल बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 11,813.3 करोड़ रुपये हो गई।
निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 24 के लिए प्रति शेयर पांच रुपये के अंतिम लाभांश की पेशकश की है। यह वित्त वर्ष 24 में भुगतान किए गए प्रति शेयर 8.5 रुपये के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है। इससे वित्त वर्ष 24 के लिए कुल लाभांश 13.5 रुपये प्रति शेयर हो गया है, जबकि वित्त वर्ष 23 के लिए यह 11.5 रुपये प्रति शेयर था।
निदेशक मंडल ने कंपनी के प्रबंध निदेशक दिलीप सांघवी की तत्काल प्रभाव से निदेशक मंडल के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति को भी मंजूरी दी है। सन फार्मा का शेयर बीएसई पर मामूली गिरावट के साथ 1,540.3 रुपये पर बंद हुआ। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में समायोजित शुद्ध लाभ (असाधारण मदों को छोड़कर) 2,756.2 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की तुलना में 27.8 प्रतिशत अधिक है।
8.3 प्रतिशत वृद्धि के साथ एबिटा 3,035.2 करोड़ रुपये (अन्य परिचालन राजस्व सहित) रहा। चौथी तिमाही में एबिटा मार्जिन 25.3 प्रतिशत रहा, जबकि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के दौरान यह 25.6 प्रतिशत था।
कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक दिलीप सांघवी ने कहा ‘वित्त वर्ष 24 के दौरान हमारे दो कारोबारों यानी ग्लोबल स्पेशलिटी और उभरते बाजारों ने एक अरब डॉलर की सालाना बिक्री पार कर ली।
प्रमुख बाजारों में इतनी बड़ी संख्या की यह उपलब्धि संबंधित टीमों द्वारा की गई कई वर्षों की कड़ी मेहनत का प्रमाण है। हम अपने विशेष पोर्टफोलियो का निर्माण जारी रखेंगे और अपने कारोबारों में बड़ा स्तर हासिल करने के लिए और निवेश करेंगे।’
सांघवी ने कहा कि अमेरिका में उत्पाद पेश करने और वैश्विक स्तर पर विशेष कारोबार में तेजी सहित कई कारोबारों के लिए वित्त वर्ष 25 ‘निवेश का चरण’ बनने जा रहा है। उन्होंने वित्त वर्ष 25 के दौरान समेकित राजस्व में ऊंचे स्तर की एक अंक की वृद्धि के साथ-साथ यह भी अनुमान जताया कि चालू वर्ष में आरऐंडडी व्यय बिक्री के 10 प्रतिशत के स्तर तक पहुंच जाएगा।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान देश में फॉर्मूलेशन की बिक्री 10.2 प्रतिशत बढ़कर 3,707.8 करोड़ रुपये हो गई, जबकि अमेरिकी बिक्री 10.9 प्रतिशत (47.6 करोड़ डॉलर) बढ़ी। इस तिमाही में वैश्विक विशेष बिक्री 11.1 प्रतिशत बढ़कर 27.1 करोड़ डॉलर हो गई। तिमाही के दौरान बिक्री में इस विशेष बिक्री का हिस्सा 19.1 प्रतिशत रहा।
उभरते बाजारों के फॉर्मूलेशन में 10.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई और शेष विश्व के फॉर्मूलेशन की बिक्री में 2.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ। वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के दौरान टैरो ने 12.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 16.5 करोड़ डॉलर की बिक्री दर्ज की। वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ 1.51 करोड़ डॉलर रहा।
इस तिमाही के दौरान आरऐंडडी निवेश 900 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 665 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में आरऐंडडी का व्यय बिक्री का 7.6 प्रतिशत रहा और इस तिमाही के दौरान विशेष आरऐंडडी व्यय कुल आरऐंडडी व्यय का 42 प्रतिशत रहा।