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पूंजीगत खर्च की ओर बढ़ रहे कंपनी जगत के कदम

पूंजीगत खर्च में Tata, आदित्य बिड़ला, Adani और JSW समूह समेत अग्रणी कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अगुआई कर रही हैं।

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देव चटर्जी   
Last Updated- March 03, 2024 | 10:13 PM IST

भारतीय कंपनी जगत में उत्पादन क्षमता का औसत इस्तेमाल 74 फीसदी पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार भारतीय कंपनियां अंतत: पूंजीगत खर्च की ओर बढ़ने लगी हैं। इस मामले में टाटा, आदित्य बिड़ला, अदाणी और जेएसडब्ल्यू समूह समेत अग्रणी कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अगुआई कर रही हैं।

मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के मुताबिक चुनिंदा क्षेत्रों में निजी कंपनियों का पूंजीगत खर्च बढ़ना शुरू हुआ है और आगे इसे तापीय ऊर्जा, उत्पादन से जुड़े पूंजीगत खर्च और सेमीकंडक्टर के पूंजीगत खर्च से और सहारा मिलेगा।

पिछले हफ्ते टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्प (पीएसएमसी) ताइवान ने गुजरात के धोलेरा में 91,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना का ऐलान किया, वहीं टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली व टेस्ट ने असम में 27,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना सामने रखी।

सेमीकंडक्टर कारोबार में निवेश की घोषणा के ठीक बाद टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में टाटा समूह के अग्रणी रहने की परंपरा रही है और हमें भरोसा है कि सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन में हमारे प्रवेश से इस विरासत में और इजाफा होगा। अन्य दिग्गज भी निवेश योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आदित्य बिड़ला समूह ने पेंट्स कारोबार में 10,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना घो​षित की है।

अदाणी समूह बुनियादी ढांचा क्षेत्र में पूंजीगत खर्च योजना की अगुआई कर रहा है। उसे मार्च 2024 में समाप्त वित्त वर्ष में 80,000 करोड़ रुपये का एबिटा अर्जित करने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 2025 में एक लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। समूह डेटा सेंटर, हवाईअड्डों, सड़कों, बंदरगाहों और बिजली उत्पादन इकाइयों में आगामी तिमाहियों में निवेश करेगा और उसे पश्चिम एशिया के सॉवरिन फंडों से इक्विटी निवेश मिलने की उम्मीद है। पिछले हफ्ते समूह ने अकेले मध्य प्रदेश में 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया था।

अदाणी समूह के निदेशक प्रणव अदाणी ने कहा कि हम सिंगरौली में अपने एनर्जेन प्लांट की उत्पादन क्षमता 1,200 मेगावॉट से 4,400 मेगावॉट करने पर 30,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। हम 3,410 मेगावॉट के पंप्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट्स शुरू करने पर भी 28,000 करोड़ रुपये निवेश करेंगे। रिलायंस इंडस्ट्रीज भी न्यू एनर्जी बिजनेस वर्टिकल में बैटरी गीगा फैक्टरी पर निवेश करेगी जो 2026 तक तैयार हो जाएगा जबकि रिलायंस जियो में 5जी पर पूंजीगत खर्च पूरा हो चुका है।

जेएसडब्ल्यू समूह ने नए स्टील संयंत्र पर 65,000 करोड़ रुपये के निवेश के अलावा ओडिशा में इलेक्ट्रिक वाहन क्षमता पर 40,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना का ऐलान किया है।

First Published : March 3, 2024 | 10:13 PM IST