शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी अपग्रेड ने पढ़ाई और कौशल विकास में नवाचार को बढ़ावा देने के मकसद से 100 करोड़ रुपये से एआई इनक्यूबेटर बनाने का फैसला किया है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। ‘एआई इनक्यूबेटर’ आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के लिए समर्पित नवोन्मेषण कार्यक्रम होता है, जिसके जरिये एक सीमित समय में किसी एआई प्रक्रिया या उत्पाद तक पहुंच बनाई जा सकती है।
अपग्रेड के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी रॉनी स्क्रूवाला ने कहा कि स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रम के बाहर कौशल और पढ़ाई का क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है और इस खंड के लिए अभिनव तरीके तलाशने की जरूरत है।
स्क्रूवाला ने कहा, ‘हम इस उद्देश्य के लिए 100 करोड़ रुपये लगा रहे हैं। इसका इस्तेमाल इनक्यूबेशन के साथ शुरुआती चरण वाली पांच-छह स्टार्टअप इकाइयों में अल्पांश हिस्सेदारी हासिल करने के लिए किया जाएगा।’ इसके साथ ही स्क्रूवाला ने कहा कि अपग्रेड फर्मों के मूल्यांकन के खेल में नहीं उलझना चाहती है क्योंकि यह स्टार्टअप के लिए बहुत बोझिल हो जाता है। हालांकि, अपग्रेड यह सुनिश्चित करना चाहेगी कि ये कंपनियां किफायती ढंग से नवाचार करें।
अपग्रेड ने इसके पहले महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से 2,150 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक एआई उत्कृष्टता केंद्र बनाने की दावोस में घोषणा की थी। इसके अलावा कंपनी ने एक साल में 10 लाख भारतीय पेशेवरों को एआई में प्रशिक्षित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी भी की है। स्क्रूवाला ने कहा कि कंपनी एआई क्षेत्र मे सक्रिय स्टार्टअप कंपनियों का एक समूह तैयार करेगी जिनका अंतिम लक्ष्य सीखने और कौशल क्षेत्र को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि ‘अपग्रेड एआई इनक्यूबेटर’ ऐसी कंपनियों का समर्थन करेगी जो लागत-कुशल वृद्धि, सामग्री निर्माण को प्रोत्साहन, एआई-संचालित प्रणालियों के माध्यम से एक साथ कई बच्चों को ऑनलाइन ट्यूशन देने में सक्षम बनाने से जुड़ी हैं।