सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ONGC अपने प्रमुख तेल एवं गैस क्षेत्र मुंबई हाई (Mumbai High) में किसी भी विदेशी कंपनी को कोई इक्विटी हिस्सेदारी नहीं देगी। एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि बीपी पीएलसी जैसे वैश्विक दिग्गजों से सिर्फ क्षेत्र से घटते उत्पादन को रोकने में मदद मांगी गई है।
अधिकारी ने कहा कि ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) इस तेल क्षेत्र की परिचालक बनी रहेगी और विदेशी कंपनी को बढ़े हुए उत्पादन से राजस्व का हिस्सा और उसके प्रयासों के लिए एक निश्चित शुल्क दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ONGC तकनीकी समाधान के कार्यान्वयन में सभी पूंजी और परिचालन व्यय वहन करेगी। सभी जोखिम ओएनजीसी उठाएगी, जबकि विदेशी भागीदार को विफलता होने पर भी निश्चित शुल्क मिलेगा।
अधिकारी ने कहा कि मुंबई हाई एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे नामांकन के आधार पर ONGC को दिया गया था और कंपनी के पास किसी भी नामांकित क्षेत्र में हिस्सेदारी बेचने का कोई अधिकार या शक्ति नहीं है।