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स्पाइस अब लगाएगी मनोरंजन का तड़का

Last Updated- December 07, 2022 | 5:44 AM IST

टेलीफोन कंपनी स्पाइस को बेचने के बाद उद्योगपति बी के मोदी अब भारतीय टेलीविजन कंपनी मल्टी स्क्रीन मीडिया (एमएसएम) में 39 फीसदी हिस्सेदारी खरीदना चाहते हैं। मल्टी स्क्रीन मीडिया का नाम पहले सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन था।


बदल देंगे नाम

मोदी ने पहले इस टेलीविजन कंपनी में भारतीय शेयरधारकों के 32 फीसदी शेयर खरीदने की पेशकश की थी। लेकिन अब वह ट्रस्ट के पास 7 फीसदी हिस्सेदारी भी खरीदने की योजना बना रहे हैं। मोदी की योजना शेयर खरीदकर चैनल का ब्रांड बदलकर सोनी स्पाइस टीवी करने की है।

स्पाइस ग्रुप के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘हम सोनी टीवी के शेयरधारकों से शेयर खरीदने के लिए बातचीत कर रहे हैं। जल्द ही हम सोनी के लगभग 39 फीसदी शेयर खरीदने में कामयाब हो जाएंगे। हम 39 फीसदी शेयर खरीदने के बाद भी कंपनी में बहुलांश हिस्सेदारी हासिल करने के लिए और भी शेयर खरीदेंगे।’

सोनी में भारतीय शेयरधारकों की 32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के अलावा मोदी 7 फीसदी शेयर और खरीदने के लिए कई इक्विटी फंड्स से बातचीत भी कर रहे हैं। इन शेयरों को खरीदने के बाद मोदी सोनी में दूसरे सबसे बड़े शेयरधारक हो जाएंगे। अभी सोनी के पास ही कंपनी के 61 फीसदी शेयर हैं।

एमएसएम भारतीय टेलीविजन बाजार का एक अग्रणी चैनल है। दरअसल सोनी के छोटे शेयरधारक काफी समय से कंपनी से अलग होने के  बारे में सोच रहे थे। इसलिए माना जा रहा है कि मोदी को इन शेयरधारकों के शेयर खरीदने में कोई परेशानी नहीं होगी।

प्रमोटर सोनी से खफा

सोनी के प्रमोटर ही कंपनी से खफा हैं। उनके बीच का विरोध काफी आगे पहुंच चुका है। आलम यह है कि प्रमोटर सोनी के साथ कंपनी में अतिरिक्त पूंजी लगाने के मामले में भी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।

कुछ दिन पहले ही प्रमोटर आईपीओ के जरिये अपने शेयर बेचने की कोशिश में थे लेकिन सोनी एंटरटेनमेंट इसके लिए राजी नहीं था। सोनी के विरोध के कारण आईपीओ का यह मामला आगे ही नहीं बढ़ पाया था। भारत में एमएसएम ग्रुप सेट मैक्स, सब टीवी और सेट पिक्स जैसे मनोरंजन चैनलों का संचालन करता है। 

मोदी का आईपीओ

मोदी अपनी बाकी तीन कंपनियों के लिए भी अगले 2-3 साल में आईपीओ लाने की योजना बना रहे हैं। कंपनी के कार्यकारी ने बताया, ‘हमारी बीपीओ इकाई इस साल सूचीबद्ध हो सकती है। इसके लिए हम नियामक प्राधिकरण के पास तीन हफ्तों के अंदर ही रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने वाले हैं।’

स्पाइस ग्रुप की मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनी स्पाइस मोबाइल पहले से ही सूचीबद्व है। हालांकि कंपनी की वैल्यू एडेड सर्विसेज प्रदाता ‘सेलेब्रम’ और रिटेल कंपनी ‘हॉट स्पॉट’ अभी तक सूचीबद्ध नहीं हैं। सेलेब्रम ने आइडिया-स्पाइस को वैल्यू एडिड सेवाएं मुहैया कराने के लिए तीन साल का करार किया है। इसके अलावा नई गतिविधियों के तहत समूह जल्द ही नौ देशों में दूरसंचार सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी टीके इंटरनैशनल को सस्ते मोबाइल सेट्स की आपूर्ति करेगी।

First Published - June 16, 2008 | 2:11 AM IST

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