‘Woodpecker’ beer: भोपाल की कंपनी सोम डिस्टिलरीज एंड ब्रुअरीज (SOM Distilleries and Breweries) ने कर्नाटक बाजार में ‘वुडपेकर’ (Woodpecker) प्रीमियम बीयर के साथ एंट्री कर ली है। यह बीयर भारत की पहली ट्विस्ट कैप बीयर है। कंपनी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि वह वित्त वर्ष 2025 (FY25) तक लगभग 1,600 करोड़ रुपये की बिक्री का लक्ष्य रख रही है।
सोम डिस्टिलरीज ने कर्नाटक में वुडपेकर बीयर के दो वेरिएंट लॉन्च किए हैं। पहला- वुडपेकर ग्लाइड (Woodpecker Glide), जो एक प्रीमियम माइल्ड बीयर है। और दूसरा- वुडपेकर क्रेस्ट (Woodpecker Crest), जो एक मजबूत और बोल्ड बीयर है।
दोनों वेरिएंट्स की बोतल 650 मिलीलीटर (ml) और 330 मिलीलीटर की होंगी और अगर कैन लेते हैं तो वह 500 मिलीलीटर, 330 मिलीलीटर की होगी। इसके अलावा, ड्राफ्ट 50 लीटर और 30 लीटर में उपलब्ध हैं। Woodpecker बीयर के बोतल की कीमत लगभग 240 रुपये है, जबकि कैन की कीमत लगभग 180 रुपये (वेरिएंट और मात्रा के आधार पर) है।
SOM Distilleries and Breweries Limited के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) जे.के. अरोड़ा ने कहा, ‘हमें कर्नाटक बाजार में भारत की पहली ट्विस्ट कैप बियर- वुडपेकर को पेश करने पर गर्व है। यह इनोवेशन हमारी क्वालिटी और इनोवेशन को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम पिछले तीन वर्षों से अपने उत्पादों के साथ कर्नाटक में धूम मचा रहे हैं।’
अरोड़ा ने कहा, ‘अब, ग्लाइड और क्रेस्ट के साथ, हम अपनी उपस्थिति को अगले स्तर पर ले जा रहे हैं। ट्विस्ट कैप की शुरूआत बीयर पीने में एक महान क्रांति है, जो इसका मजा लेने का एक नया और सहज तरीका पेश करती है।’
SOM Distilleries ने बताया कि इसकी बीयर रेनियर क्षेत्र से आयात की गई Two-row barley, भारतीय माल्ट और जर्मन हॉप्स से तैयार की गई थी, जिससे यह दो माल्ट्स को मिलाकर भारत की पहली क्रॉस-माल्ट बीयर बन गई। वुडपेकर को 30 दिनों के भीतर तैयार किया जाता है। बेजोड़ स्थिरता और स्वाद सुनिश्चित करने के लिए हर महीने एक बैच तैयार किया जाता है।
SOM डिस्टिलरीज ने कहा कि वह वित्त वर्ष 2025 (FY25) के अंत तक उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु में नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है, जिसमें लगभग 400 करोड़ रुपये का निवेश शामिल होगा। नया प्लांट ग्रीनफील्ड, ब्राउनफील्ड या मैन्युफैक्चरिंग डील के माध्यम से बनाया जा सकता है।
कंपनी भारतीय सिंगल-माल्ट के नए पोर्टफोलियो को भी पेश करने की योजना बना रही है, ताकि बढ़ती उपभोक्ता मांग को पूरा किया जा सके। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025 तक 15 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करना है।