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भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने शुक्रवार को कहा कि बाजार नियामक को इस बात का गहरा अफसोस है कि सैट के निर्देश के बावजूद किर्लोस्कर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (केआईएल) में किर्लोसकर परिवार को शेयरों को मुक्त नहीं किया गया। बुच ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) वैश्विक आर्थिक मंच के मौके पर यह बात कही।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि खातों से (डीफ्रीज) रोक हटाने में देरी के मामले में जो हुआ, वह अस्वीकार्य था। वजह चाहे जो भी हो, यह सेबी की जिम्मेदारी थी। जो हुआ, उसका हमें गहरा अफसोस है।’’
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सेबी ने इस संबंध में पूरी प्रक्रिया की समीक्षा शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, ‘‘30-45 दिन के अंदर हम इस प्रक्रिया को नया रूप देंगे। इसलिए आगे ऐसा होने का खतरा पूरी तरह से कम हो जाएगा।’’
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इससे पहले प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (सैट) ने इस मामले में मंगलवार को सेबी की खिंचाई की थी। इसके बाद सेबी प्रमुख की यह प्रतिक्रिया आई है।