TCS salary hike: सबसे बड़ी देसी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) में इस बार विदेश में काम कर रहे कर्मचारियों की तनख्वाह औसतन 7-8 फीसदी बढ़ाई जा रही है। दफ्तर में काम कर रहे कर्मचारियों की तनख्वाह 2 से 4 फीसदी ही बढ़ने के आसार हैं। मगर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को कंपनी 12 से 15 फीसदी वेतन वृद्धि का इनाम दे सकती है।
टीसीएस में 31 दिसंबर, 2023 को 6,03,305 कर्मचारी काम कर रहे थे। सूत्रों ने बताया कि कंपनी प्रमोशन देने में बड़ा ध्यान रखेगी और यह कवायद नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए भी टाली जा सकती है। वेतन में बढ़ोतरी 1 अप्रैल, 2024 से लागू हो जाएगी।
इस योजना की जानकारी रखने वाले शख्स ने बताया, ‘वेतन बढ़ोतरी का काम करीब-करीब पूरा हो गया है। मगर प्रमोशन देने से पहले बहुत माथापच्ची की जा रही है। शीर्ष स्तर पर प्रमोशन में ज्यादा विचार-विमर्श हो रहा है और इसमें कुछ समय लग सकता है क्योंकि प्रमोशन के बाद कर्मचारी पर खर्च बढ़ जाता है।’
इस बारे में भेजे गए ई-मेल पर टीसीएस के प्रवक्ता ने कहा, ‘यह हमारी नीति है कि हम अटकलों पर कुछ नहीं कहते।’
वित्त वर्ष 2024 के लिए कंपनी ने वेतन 6 से 9 फीसदी बढ़ाया था और शानदार काम करने वालों की तनख्वाह 12 से 15 फीसदी बढ़ाई गई थी।
टीसीएस युवा प्रतिभा पर, कौशल विकास और नए कौशल सिखाने पर बहुत जोर दे रही है। पिछले साल कंपनी ने जूनियर स्तर पर आला दर्जे का काम करने वालों की पगार 10-11 फीसदी बढ़ाई थी और नए वित्त वर्ष में भी यही सिलसिला चलेगा।
एचआर फर्म के एक अधिकारी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2025 के लिए भर्तियों की संख्या पर अभी काम किया जा रहा है मगर कंपनी स्पष्ट तौर पर कर्मचारियों की कुशलता बढ़ाने और नए कौशल सिखाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वरिष्ठ पदों पर और अनुभवी लोगों की भर्तियों केवल विशेष कौशल रखने वाले लोगों को ही नियुक्त किया जाएगा।’
टीसीएस में मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने वित्त वष्र 2024 की तीसरी तिमाही के नतीजों के समय कहा था कि फ्रेशरों को नियुक्त करने के लिए कंपनी कॉलेज परिसरों में जाना शुरू कर दिया है लेकिन कितनी भर्तियां की जाएंगी, इसकी स्पष्ट जानकारी उन्होंने नहीं दी मगर कहा कि आंकड़े पिछले वित्त वर्ष जितने होंगे।
वित्त वर्ष 2023 में टीसीएस ने 40,000 फ्रेशरों को ऑफ लेटर दिया था। दूसरी ओर इन्फोसिस और विप्रो भर्तियां करने कॉलेज परिसर नहीं पहुंचीं और फ्रेशरों को कंपनी में शामिल करने में भी देर की।
टीसीएस में कर्मचारियों की कंपनी छोड़ने की दर भी अब सामान्य हो रही है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में टीसीएस में कर्मचारियों की कंपनी छोड़ने की दर 13.3 फीसदी रही जो इससे पिछली तिमाही में 14.9 फीसदी थी।
हाल में संपन्न नैसकॉम लीडरशिप टैक्नोलॉजी फोरम को संबोधित करते हुए कृत्तिवासन ने कहा था कि वह मध्य से निकट अवधि में मांग में सुधार को लेकर आशान्वित हैं।
उन्होंने कहा था, ‘अगला साल इस साल से बेहतर होगा। इसकी वजह यह है कि कुछ कारोबारी सेगमेंट में अभी से सुधार के संकेत नजर आने लगे हैं।’ प्रतिस्पर्धी कंपनियों से इतर टीसीएस नियमित तौर पर अपने कर्मचारियों को वेतन वृद्धि देती रही है। वित्त वर्ष 2024 में कारोबार की वृद्धि कम होने के बावजूद कंपनी कर्मचारियों को वेतन वृद्धि का लाभ दिया था।