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Reliance AGM 2024: Disney के साथ समझौता भारत की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में करेगा नए युग की शुरुआत- मुकेश अंबानी

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने संयुक्त उद्यम में करीब 11,500 करोड़ रुपये का निवेश करने पर भी सहमति जताई है, ताकि सोनी और नेटफ्लिक्स जैसे प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबला करने में उसे ताकत म

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भाषा   
Last Updated- August 29, 2024 | 7:32 PM IST

Reliance-Disney Merger: रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बृहस्पतिवार को कहा कि रिलायंस और वॉल्ट डिज्नी के बीच समझौते को मंजूरी देश के मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत है। रिलायंस और वॉल्ट डिज्नी की मीडिया परिसंपत्तियों के विलय को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से हरी झंडी मिलने के एक दिन बाद उन्होंने यह कहा।

रिलायंस परिवार में डिज्नी का स्वागत करते हुए अंबानी ने कहा कि जियो और खुदरा कारोबार की तरह ही विस्तारित मीडिया कारोबार भी रिलायंस परिवेश में एक अमूल्य वृद्धि केंद्र होगा। कंपनी के शेयरधारकों की वार्षिक आम बैठक में अंबानी ने कहा, “डिज्नी के साथ हमारी साझेदारी भारत के मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत है। हम कंटेंट सृजन को डिजिटल स्ट्रीमिंग के साथ जोड़ रहे हैं।”

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और वॉल्ट डिज्नी कंपनी की मीडिया परिसंपत्तियों के विलय को मंजूरी दे दी। इससे 70,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी बनने का रास्ता साफ हो गया है। रिलायंस अपनी होल्डिंग कंपनी नेटवर्क 18 के माध्यम से टीवी 18 समाचार चैनलों के साथ-साथ मनोरंजन (‘कलर्स’ ब्रांड के तहत) और खेल चैनलों की भी मालिक है।

अंबानी ने कहा, “हम हर क्षेत्र में विश्वस्तरीय डिजिटल मनोरंजन उपलब्ध कराएंगे, हम हर उपभोक्ता की पसंद को पूरा करेंगे। हम इस साझेदारी को लेकर उत्साहित हैं।” संयुक्त इकाई में दो प्रमुख ओटीटी (ओवर द टॉप) स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा शामिल होंगे।

उन्होंने कहा, “हम कंटेंट सृजन को डिजिटल स्ट्रीमिंग के साथ जोड़ रहे हैं। हमारी डिजिटल-प्रथम की सोच किफायती कीमतों पर अद्वितीय सामग्री प्रदान करेगी।” छह महीने पहले घोषित इस सौदे को सीसीआई की जांच का सामना करना पड़ा था और दोनों पक्षों द्वारा मूल लेनदेन संरचना में कुछ संशोधनों का प्रस्ताव दिए जाने के बाद इसे मंजूरी दी गई।

इस सौदे के तहत, मुकेश अंबानी की आरआईएल और उसकी सहयोगी कंपनियों के पास संयुक्त इकाई में 63.16 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जिसमें दो स्ट्रीमिंग सेवाएं और 120 टेलीविजन चैनल होंगे। संयुक्त इकाई में वॉल्ट डिजनी की शेष 36.84 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। यह भारत का सबसे बड़ा मीडिया हाउस भी होगा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने संयुक्त उद्यम में करीब 11,500 करोड़ रुपये का निवेश करने पर भी सहमति जताई है, ताकि सोनी और नेटफ्लिक्स जैसे प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबला करने में उसे ताकत मिल सके।

First Published : August 29, 2024 | 7:27 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)