प्रीमियम अल्कोहलिक बेवरेज ब्रांड O’Be Cocktails ने करीब पांच साल की अपनी यात्रा के बाद कारोबार बंद करने का फैसला किया है। इसकी जानकारी कंपनी के फाउंडर और सीईओ नितेश प्रकाश (Nitesh Prakash) ने एक लिंक्डइन पोस्ट के ज़रिए दी।
प्रकाश ने लिखा कि ब्रांड को बंद करना उनके लिए सबसे मुश्किल फैसलों में से एक रहा। उन्होंने बताया, “हमने गहराई से विश्लेषण किया और यह समझा कि Alcobev सेक्टर अब एक तरह का कमोडिटी बिजनेस बन गया है, जिसमें कंज्यूमर लॉयल्टी बेहद कम है। यह हमारी उस सोच से मेल नहीं खाता जिसमें हम प्रीमियम और कंवीनिएंट कॉकटेल एक्सपीरियंस देना चाहते थे।”
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले एक साल में उन्होंने O’Be Cocktails को बेचने की हर संभव कोशिश की, ताकि ब्रांड की यात्रा जारी रह सके, लेकिन अब ऐसा कोई विकल्प नहीं बचा है।
एंजेल और प्री-सीरीज A फंडिंग भी मिली थी
O’Be Cocktails को अगस्त 2021 में 3.5 करोड़ रुपये की एंजेल फंडिंग मिली थी, जिसका नेतृत्व First Cheque और LetsVenture ने किया था। इस राउंड में ओला के भाविश अग्रवाल, Tracxn के फाउंडर अभिषेक गोयल और Sprout Investments ने भी निवेश किया था। इसके बाद नवंबर 2023 में Inflection Point Ventures से कंपनी को प्री-सीरीज A फंडिंग भी मिली थी, हालांकि इसकी राशि सार्वजनिक नहीं की गई।
कहां-कहां थे प्रोडक्ट्स उपलब्ध
बेंगलुरु स्थित इस ब्रांड के रेडी-टू-सर्व कॉकटेल्स गोवा और बेंगलुरु के चुनिंदा बाजारों में उपलब्ध थे। कंपनी का दावा था कि इसके ड्रिंक्स को सौ से ज्यादा बार ट्रायल के बाद फाइन-ट्यून किया गया था ताकि हर बार एक जैसा स्वाद मिल सके।
कंपनी के अनुसार, O’Be Cocktails भारत के नौ राज्यों और भूटान में ऑपरेशनल थी। इसे 22 प्राइवेट डिस्ट्रीब्यूटर्स और 2 सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स का सपोर्ट मिला हुआ था, जिससे इसके प्रोडक्ट्स 1,700 से ज्यादा प्रीमियम वाइन आउटलेट्स तक पहुंच सके थे।
इस स्पेस में कई दिग्गज ब्रांड एक्टिव
Jimmy’s Cocktails, Gateway Brewing, Bira 91 और Medusa जैसी कंपनियां भी इसी सेगमेंट में काम कर रही हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में Medusa के फाउंडर अवनीत सिंह ने कहा था कि एल्कोहॉलिक बेवरेज इंडस्ट्री राज्य सरकारों के लिए भले ही बड़ा रेवेन्यू जनरेटर हो, लेकिन इसे ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के लिहाज से जरूरी सपोर्ट नहीं मिला है।