कंपनियां

Quick commerce: स्पेंसर्स रिटेल की क्विक कॉमर्स में एंट्री, 30 मिनट डिलीवरी से कारोबार बढ़ाने की योजना

जिफी के जरिये क्विक कॉमर्स के मैदान में आई स्पेंसर्स रिटेल

Published by
ईशिता आयान दत्त   
Last Updated- January 16, 2025 | 10:41 PM IST

आरपी संजीव गोयनका समूह (आरपीएसजी) की स्पेंसर्स रिटेल ने गुरुवार को क्विक कॉमर्स में उतरने की घोषणा की है। कंपनी उपभोक्ता खर्च में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने के उद्देश्य से इस खंड में उतरी है। स्पेंसर्स के चेयरमैन शाश्वत गोयनका ने कहा कि क्विक डिलिवरी जिफी के जिम्मे होगी और आने वाली तिमाहियों में यह कारोबार की वृद्धि का मुख्य कारक होगी। उन्होंने कहा, ‘हम इस तिमाही के अंत तक कोलकाता से शुरुआत कर रहे हैं और फिर हम उत्तर प्रदेश भी जाएंगे।’

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में नुकसान वाले क्षेत्रों से बाहर निकलने के बाद फिलहाल स्पेंसर्स के पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में 89 स्टोर हैं। आरपीएसजी की खुदरा कंपनी इन स्टोर के जरिये 30 मिनट में डिलीवरी की योजना बना रही है। गोयनका ने स्पष्ट किया कि स्टोर में पर्याप्त मांग थी लेकिन पूरी नहीं हो पा रही थी। इस पर अतिरिक्त पूंजीगत व्यय नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे कारोबार बढ़ेगा तब हम फैसला करेंगे कि ग्राहकों के लिए और अधिक स्टोर खोलने चाहिए या सिर्फ डार्क स्टोर बढ़ाने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि ऑनलाइन क्षेत्र में दमदार वृद्धि आने वाली है क्योंकि बाजार में बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा, ‘खासकर शहरी इलाकों में लोग ई-कॉमर्स से क्विक कॉमर्स की ओर बढ़ रहे हैं।’

गुरुवार को स्पेंसर्स ने तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे पेश किए। कंपनी का वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में समेकित आधार पर शुद्ध घाटा कम होकर 47.34 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 51.20 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। परिचालन से समेकित राजस्व चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 516.97 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की अवधि से 20.95 फीसदी कम है।

First Published : January 16, 2025 | 10:41 PM IST