प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Freepik
सरकार के स्वामित्व वाली लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एलआईसी) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़कर 19,012 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी को खर्च में गिरावट आने से लाभ में मजबूत वृद्धि दर्ज करने में मदद मिली।
बीमा कंपनी का प्रबंधन खर्च (ईओएम) एक साल पहले की अवधि के मुकाबले करीब 33.24 प्रतिशत घटकर 16,495.08 करोड़ रुपये रह गया। शुद्ध कमीशन से आय एक साल पहले की तुलना में 6.5 फीसदी घटकर 7,711.5 करोड़ रुपये रही, जबकि कर्मचारी पारिश्रमिक और वेलफेयर गतिविधि से संबंधित खर्च सालाना आधारपर करीब 57 फीसदी घटकर 5,928.48 करोड़ रुपये रह गया।
चौथी तिमाही में सालाना प्रीमियम इक्विलेंट (एपीई) एक साल पहले की अवधि के मुकाबले करीब 11 प्रतिशत घटकर 18,853 करोड़ रुपये रहा, जबकि नए व्यवसाय की वैल्यू (वीएनबी) सालाना आधार पर 3.04 फीसदी घटकर 3,534 करोड़ रुपये रह गई।
हालांकि बीमा कंपनी का वीएनबी मार्जिन मार्च तिमाही में बढ़कर 18.75 फीसदी हो गया, जो एक साल पहले 17.21 प्रतिशत था।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में निवेश से शुद्ध आय सालाना आधार पर 10.31 प्रतिशत बढ़कर 93,132.67 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2025 में निवेश आय सालाना आधार पर 7.9 प्रतिशत तक बढ़कर 3.92 लाख करोड़ रुपये रही।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में इक्विटी बाजारों में निवेश से 73,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जो सालाना आधार पर 19 फीसदी की वृद्धि है।
इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण कंपनी केईसी इंटरनैशनल का जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 76 प्रतिशत बढ़कर 268 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का पिछले वर्ष इसी तिमाही में मुनाफा 152 करोड़ रहा था। बयान के अनुसार, केईसी इंटरनैशनल का समीक्षाधीन अवधि में राजस्व सालाना आधार पर 11.46 प्रतिशत बढ़कर 6,872 करोड़ रुपये हो गया। कर पूर्व आय भी बढ़कर 539 करोड़ रुपये हो गई।
समूचे वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 347 करोड़ रुपये से 64.55 प्रतिशत बढ़कर 571 करोड़ रुपये हो गया। राजस्व भी 19,914 करोड़ रुपये से बढ़कर 21,847 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए दो रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर 5.5 रुपये का लाभांश देने की भी सिफारिश की है। केईसी इंटरनैशनल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्य अधिकारी विमल केजरीवाल ने कहा, ‘हमने राजस्व, लाभप्रदता और ऑर्डर प्राप्ति के मामले में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया है।’
डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ब्लैकबॉक्स ने वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान अपने समेकित शुद्ध लाभ में 47.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। एस्सार की प्रौद्योगिकी शाखा ने 60.47 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है। वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में परिचालन से राजस्व 4.3 प्रतिशत बढ़कर 1,544.58 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान व्यय भी 3.6 प्रतिशत बढ़कर 1,476.50 करोड़ रुपये हो गया। समीक्षाधीन तिमाही में एबिटा मार्जिन 130 आधार अंक की वृद्धि के साथ 9.5 प्रतिशत रहा।
सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने मंगलवार को लगातार दूसरी तिमाही में मुनाफा दर्ज किया है। बीएसएनएल ने 4जी सेवाओं की पेशकश के बाद अधिक मोबाइल राजस्व से बीते वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 280 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। इससे एक साल पहले की चौथी तिमाही में कंपनी को 849 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। दिसंबर 24 की तीसरी तिमाही में बीएसएनएल ने साल 2007 के बाद पहली बार मुनाफा कमाया था। दिसंबर तिमाही में कंपनी को 262 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
मगर वित्त वर्ष 2025 में कुल घाटा घटकर 2,247 करोड़ रुपये रहा जो एक वित्त वर्ष पहले 2024 में 5,370 करोड़ रुपये था। दूरसंचार कंपनी ने अब तक का सर्वाधिक पूंजीगत खर्च, एबिटा मार्जिन में सुधार और प्रमुख श्रेणियों और परिसंपत्तियों की बिक्री से रिकॉर्ड आमदनी हासिल की है। वित्त वर्ष 2025 में बीएसएनएल का परिचालन राजस्व एक साल पहले के 19,330 करोड़ रुपये के मुकाबले 7.8 फीसदी बढ़कर 20,841 करोड़ रुपये रहा। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की कुल आय भी एक साल पहले की 21,302 करोड़ रुपये से 10 फीसदी बढ़कर 23,427 करोड़ रुपये रही।
इंटरकनेक्ट यूजर चार्जेज (आईयूसी) सहित मोबिलिटी सेवाओं से राजस्व 6 फीसदी बढ़कर सालाना 7,499 करोड़ रुपये हो गया जबकि फाइबर-टु-द-होम (एफटीटीएच) श्रेणी में 10 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 2,923 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। लीज्ड लाइंस और एंटरप्राइज सेवाओं में भी 3.5 फीसदी की मामूली वृद्धि दर्ज की जिससे वित्त वर्ष 25 में 4,096 करोड़ रुपये का राजस्व मिला।
वित्त वर्ष 2025 में बीएसएनएल का एबिटा दोगुना होकर 5,396 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 2,164 करोड़ रुपये था।